Gorakhpur police harassment: गोरखपुर के सिकरीगंज थाने में तैनात एक महिला सिपाही की शिकायत ने पुलिस महकमे में हलचल मचा दी है। महिला सिपाही ने आरोप लगाया है कि थाने में उसे बेवजह परेशान किया जा रहा है और इंस्पेक्टर द्वारा उसके साथ दुर्व्यवहार किया गया है। महिला सिपाही का कहना है कि ड्यूटी के नाम पर उसे लगातार मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है। जब उसने इस व्यवहार का विरोध किया तो इंस्पेक्टर ने उससे बदसलूकी करनी शुरू कर दी। महिला ने Gorakhpur वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) को एक लिखित प्रार्थना पत्र सौंपा, जिसके बाद अधिकारियों ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दे दिए।
महिला सिपाही का आरोप है कि जानबूझकर उसे ऐसी ड्यूटी लगाई जाती है, जिससे वह असुविधा में रहे। कई बार उसे देर रात ड्यूटी पर बुलाया गया और जब उसने इस पर सवाल उठाया तो इंस्पेक्टर का व्यवहार और अधिक खराब हो गया। महिला ने यह भी कहा कि थाने के माहौल में उसके साथ अभद्रता और अनुचित व्यवहार किया जाता रहा।
महिला सिपाही की शिकायत मिलते ही पुलिस महकमे के वरिष्ठ अफसर सतर्क हो गए। एसएसपी ने एसपी साउथ को मामले की पूरी जांच सौंपी है। एसपी साउथ ने शुरुआती स्तर पर कुछ बिंदुओं की जांच की तो यह सामने आया कि महिला सिपाही ने एक महीने की छुट्टी के लिए आवेदन दिया था, जिसे विभागीय स्थिति और त्योहारों के कारण मंजूर नहीं किया जा सका। इससे नाराज होकर महिला सिपाही ने शिकायत दर्ज कराई है।
हालांकि, Gorakhpur अधिकारियों का कहना है कि मामला सिर्फ छुट्टी का नहीं है। महिला सिपाही ने जिन ड्यूटी शिफ्ट्स और व्यवहार को लेकर आरोप लगाए हैं, वे सामान्य से अलग दिख रहे हैं। शुरुआती जांच में यह बात भी सामने आ रही है कि महिला सिपाही के आरोपों में कई ऐसे बिंदु हैं, जिन पर गंभीरता से विचार करने की जरूरत है। इसीलिए जांच अधिकारी हर पहलू की बारीकी से पड़ताल कर रहे हैं।
Gorakhpur एसपी साउथ इस मामले की विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं, जिसके बाद आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। यदि महिला सिपाही के आरोप सही पाए जाते हैं तो इंस्पेक्टर के खिलाफ सख्त विभागीय कार्रवाई होगी। वहीं, यदि आरोप गलत साबित होते हैं तो महिला सिपाही पर भी अनुशासनात्मक कदम उठाए जा सकते हैं। फिलहाल पूरा पुलिस महकमा इस मामले की निष्पक्ष जांच का इंतजार कर रहा है।