Gorakhpur PAC ruckus: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर स्थित पीएसी की 26वीं बटालियन में बुधवार को उस समय अफरा-तफरी मच गई जब महिला प्रशिक्षुओं ने प्रशासनिक अव्यवस्थाओं के खिलाफ सड़क पर उतरकर विरोध जताया। इन प्रशिक्षुओं ने कैंप की बदहाल व्यवस्थाओं, खासकर पीने के पानी की भारी कमी और अपमानजनक व्यवहार को लेकर जमकर हंगामा किया। लगभग 600 महिला प्रशिक्षु इस कैंप में प्रशिक्षण ले रही हैं, जबकि वहां की क्षमता मात्र 300 की ही है।
गोरखपुर-ट्रेनिंग कर रही रिक्रूट महिला सिपाहियों का हंगामा, कर्मचारी द्वारा दुर्व्यवहार किए जाने को लेकर किया प्रदर्शन, रिक्रूट महिलाये प्रदर्शन करती हुए 26वीं वाहिनी के मुख्य गेट पर धरने पर बैठी, कमांडेंट के आश्वासन के बाद कैंपस में वापस गई महिला रिक्रूट#Gorakhpur #uppolice pic.twitter.com/6kBcwQKTAR
— ⚔️ Dr. Suraj Pratap Singh🇮🇳 ⚔️ (@loveindia33) July 23, 2025
प्रशिक्षुओं का आरोप है कि वहां न तो पानी की समुचित व्यवस्था है, न ही शौचालय और भोजन की। पानी की स्थिति इतनी खराब है कि एक दिन में एक महिला को सिर्फ 500 एमएल पानी ही मिल रहा है। विरोध कर रही प्रशिक्षुओं ने बताया कि जब वे पानी मांगती हैं, तो बदले में गालियां दी जाती हैं। स्थिति इतनी भयावह हो गई कि कई प्रशिक्षु रोने लगीं और कुछ ने अपने माता-पिता को फोन कर अपनी हालत बताई।
हंगामे के दौरान एक प्रशिक्षु बेहोश हो गई, जिसे एंबुलेंस से Gorakhpur अस्पताल ले जाया गया। बाद में जानकारी मिली कि पांच महिला प्रशिक्षुओं को इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है, जहां उन्हें डिहाइड्रेशन और मानसिक तनाव के कारण भर्ती किया गया। कैंप में शौचालयों की संख्या बेहद कम है, जिससे सुबह के समय लंबी लाइन लगती है। कई बार मजबूरी में खुले में स्नान तक करना पड़ता है, जिससे महिलाएं अपमानित महसूस कर रही हैं।
गोरखपुर P.A.C. में महिला पुलिस आरक्षियों का धरना प्रदर्शन शुरू!नहाने की प्राइवेसी, ठहरने और पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं का अभाव।महिला आरक्षियों का आरोप – "गालियाँ दी जा रही हैं, मानसिक प्रताड़ना की जा रही है।"
वीडिओ वायरल……@UPGovt@myogiadityanath @Uppolice pic.twitter.com/wZiQqXlKWQ— Harsh Gupta (@ReporterHarsh) July 23, 2025
प्रशिक्षुओं ने आरोप लगाया कि समय पर भोजन नहीं मिल रहा और Gorakhpur कैंप प्रशासन उनकी कोई बात सुनने को तैयार नहीं है। अधिकारी सिर्फ आश्वासन देकर बात टालते हैं। जब महिलाओं का गुस्सा फूटा, तो वे कैंप से बाहर निकल आईं और मुख्य सड़क पर बैठकर विरोध जताने लगीं। इस प्रदर्शन से प्रशासन में हड़कंप मच गया और कई अधिकारी मौके पर पहुंचकर प्रशिक्षुओं को भीतर बुलाने और समस्याओं के समाधान का वादा करने लगे।
पुलिस भर्ती में चयनित लड़कियां गोरखपुर ट्रेनिंग के लिये गई
ट्रेनिंग देने वाले अधिकारियों की घटिया हरकतों को झेल ना पाई तो सड़क पर उतर आयी ।
संजय राय -रिक्रूट ट्रेनिंग सेंटर प्रभारी, 26 वी बटालियन PAC पर आरोप लगा रही हैं
उन्होंने माँ बहन की गाली दी है अंग विशेष में डंडा… pic.twitter.com/TfuTy5EQSU
— Vineet kumar (@vineetspeaks) July 23, 2025
हालांकि Gorakhpur अधिकारी उन्हें मनाने में सफल हो गए और वे कैंप में लौट गईं, लेकिन उनकी नाराजगी अब भी बरकरार है। यह घटना न केवल प्रशासन की लापरवाही को उजागर करती है बल्कि महिला सुरक्षा और गरिमा के सवाल भी खड़े करती है। प्रशिक्षुओं की मांग है कि जल्द से जल्द हालात सुधारे जाएं ताकि वे सम्मानपूर्वक प्रशिक्षण पूरा कर सकें।