Ramashankar Jaiswal harassment case: उत्तर प्रदेश सरकार में दर्जा प्राप्त मंत्री और कोऑपरेटिव फेडरेशन लखनऊ के उपसभापति Ramashankar Jaiswal ने अपने ही बेटे और बहू पर गंभीर आरोप लगाते हुए गोरखपुर के गोरखनाथ थाने में केस दर्ज कराया है। रमाशंकर, जो एसबीआई से सेवानिवृत्त हैं, ने शिकायत में कहा है कि उनका छोटा बेटा रोहित जायसवाल शराब का आदी है और नशे की हालत में अक्सर घर में हंगामा करता है। बेटा अपनी पत्नी वर्धा त्रिपाठी के साथ मिलकर घर का माहौल खराब कर रहा है।
उन्होंने बताया कि रोहित आए दिन शराब पीकर घर लौटता है और परिजनों के साथ गाली-गलौज व मारपीट करता है। कई बार उसकी हरकतें इतनी हिंसक हो जाती हैं कि जान का खतरा महसूस होता है। रमाशंकर का कहना है कि उन्होंने शांति बनाए रखने के लिए बेटे और बहू से कहा कि वे कहीं और जाकर रहें, लेकिन इस बात पर दोनों भड़क गए और उन्हें जान से मारने के लिए दौड़ पड़े। मंत्री ने किसी तरह कमरे में बंद होकर अपनी जान बचाई।
शिकायत में यह भी कहा गया है कि रोहित जायसवाल खुलेआम उन्हें धमकी देता है कि वह घर छोड़कर कहीं नहीं जाएगा और अगर जबरदस्ती की गई तो वह उनकी हत्या कर देगा। वहीं बहू वर्धा त्रिपाठी भी ससुर को झूठे केस में फंसाने की धमकी देती है। इस मानसिक प्रताड़ना और जान के खतरे से परेशान होकर Ramashankar Jaiswal ने पुलिस का सहारा लिया।
पुलिस ने तहरीर मिलने के बाद मामला दर्ज कर लिया है। गोरखनाथ क्षेत्र के सीओ रवि सिंह ने पुष्टि की है कि मामले की जांच शुरू हो चुकी है। उन्होंने कहा कि यह पारिवारिक मामला संवेदनशील है, लेकिन इसमें गंभीर आरोप लगे हैं, इसलिए जांच निष्पक्ष और साक्ष्यों के आधार पर की जाएगी।
पुलिस अब आरोपी बेटे और बहू के खिलाफ बयान दर्ज करने, गवाहों से पूछताछ करने और घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज आदि की जांच कर रही है। जांच के बाद जो तथ्य सामने आएंगे, उसी आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
इस मामले ने जिले में सनसनी फैला दी है क्योंकि यह विवाद एक राजनीतिक पदाधिकारी और उनके परिवार से जुड़ा है। लोगों के बीच यह चर्चा का विषय बन गया है कि एक मंत्री को ही अपने घर में इस तरह की प्रताड़ना से जूझना पड़ रहा है।