Haridwar gangrape case: एक सदमे में डाल देने वाले मामले में भाजपा महिला मोर्चा की पूर्व जिलाध्यक्ष और उसके प्रेमी सुमित पटवाल को उनकी 13 वर्षीय बेटी के साथ बार-बार बलात्कार और सामूहिक बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। यह भयावह घटना तब सामने आई जब पीड़िता के पिता ने उसके असामान्य रूप से चुप और डरे हुए व्यवहार पर ध्यान दिया। पूछताछ पर मासूम ने हरिद्वार, आगरा और वृंदावन के होटलों में अपनी ही मां और सुमित द्वारा किए गए यौन शोषण की दर्दनाक जानकारी साझा की। उसने जनवरी में हरिद्वार में एक कार के अंदर सुमित और उसके दोस्त शुभम द्वारा किए गए सामूहिक बलात्कार की भी भयानक घटना बताई। मेडिकल जांच में बलात्कार की पुष्टि हुई है।
यौन शोषण की भयावह कहानी
पीड़िता के पिता को शक हुआ जब उनकी बेटी अचानक बहुत ज्यादा चुप और डरी हुई रहने लगी। लगातार पूछताछ के बाद बच्ची ने रोते हुए बताया कि कैसे उसकी मां और सुमित उसे अलग-अलग शहरों के होटलों में ले जाते थे जहां उसके साथ यौन शोषण किया जाता था। सबसे भयानक घटना हरिद्वार में घटी जहां सुमित और शुभम ने एक कार के अंदर उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया। मेडिकल रिपोर्ट ने पीड़िता के आरोपों की पुष्टि कर दी, जिसके बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की।
त्वरित Haridwar पुलिस कार्रवाई और राजनीतिक प्रभाव
Haridwar पुलिस ने सुमित पटवाल को गिरफ्तार कर लिया जबकि पीड़िता की मां को हिरासत में लिया गया। शुभम अभी भी फरार है और पुलिस उसे पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही है। हरिद्वार के एसएसपी ने मामले की गंभीरता की पुष्टि करते हुए बताया कि मां की भूमिका को लेकर जांच जारी है। भाजपा ने आरोपी महिला को तुरंत पार्टी से निकाल दिया और कानूनी प्रक्रिया में पूरा सहयोग देने का वादा किया।
जनाक्रोश और न्याय की मांग
इस मामले ने सोशल मीडिया और सामाजिक कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश पैदा कर दिया है। उत्तराखंड में महिलाओं और नाबालिगों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठाए जा रहे हैं। पीड़िता का परिवार न्याय की मांग कर रहा है जबकि पुलिस ने तेजी से जांच और मुकदमा चलाने का आश्वासन दिया है। अब सभी की नजरें कोर्ट पर टिकी हैं जो इस भयावह मामले में आरोपियों को सजा दिलाएगी।