Hathras Barawafat procession tricolor insult: उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में बारावफात के जुलूस के दौरान राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करने का मामला सामने आया है। जुलूस में कुछ युवकों ने तिरंगे पर मौजूद अशोक चक्र को मिटाकर उसकी जगह उर्दू में “या रसूल अल्लाह” लिख दिया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही पुलिस की नजर में आया और तत्काल कार्रवाई शुरू की गई।
मामला सदर कोतवाली क्षेत्र के रोडवेज बस स्टैंड के पास घास की मंडी का है। रविवार को बारावफात के अवसर पर जुलूस-ए-मोहम्मदी निकाला गया, जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल थे। जुलूस में शामिल कुछ लोगों ने तिरंगे का अपमान करते हुए उसे हाथों में लहराया। इस आपत्तिजनक हरकत का वीडियो किसी ने रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया, जिससे मामले की जानकारी तुरंत पुलिस तक पहुँची।
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पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए राष्ट्रीय गौरव अपमान निवारण अधिनियम 1971 की धारा 2 के तहत केस दर्ज किया और आरोपियों की पहचान के लिए जांच शुरू की। वायरल वीडियो के आधार पर मोहल्ला नाई का नगला के रहने वाले इरफान पुत्र गुड्डू और आमिर पुत्र इकबाल को आरोपित के रूप में पहचाना गया। दोनों को गिरफ्तार कर थाने में लाया गया और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई जारी है।
Hathras पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जुलूस में बड़ी संख्या में लोग झंडे लेकर शामिल थे। हालांकि कुछ युवकों की इस हरकत ने पूरे जुलूस और समुदाय की छवि को नुकसान पहुँचाया। यह घटना केवल राष्ट्रीय ध्वज का अपमान नहीं है, बल्कि देश की अस्मिता और गौरव पर हमला भी है। अधिकारियों ने कहा कि ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई जरूरी है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।
इस मामले ने एक बार फिर देशवासियों को याद दिलाया कि राष्ट्रीय प्रतीकों का अपमान समाज और कानून के दृष्टिकोण से गंभीर अपराध है। Hathras पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने यह संदेश दिया कि कोई भी व्यक्ति या समूह इस तरह के कृत्यों को अंजाम देने से नहीं बच सकता।