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Tuesday, October 14, 2025
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    ‘पति अपनी इच्छा पत्नी से व्यक्त नहीं करेगा तो…’,इलाहाबाद HC ने महिला से क्यों कही ऐसी बात

    Allahabad High Court: इलाहाबाद हाईकोर्ट में दहेज से जुड़ा एक मामला सामने आया है। जहां कोर्ट ने पूरी दलील सुनने के बाद दहेज के आरोपों को खारिज कर दिया। कोर्ट ने व्यक्ति के खिलाफ दहेज के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि ये आरोप निराधार हैं और ये आरोप दंपत्ति के बीच चल रहे निजी विवादों के कारण लगाए गए हैं। इस मामले में महिला ने अपने पति और ससुराल वालों पर आरोप लगाया था कि उसका पति उसके साथ मारपीट करता है और पति का परिवार उससे दहेज की मांग करता है। कोर्ट ने मामले की सुनवाई की और 3 अक्टूबर को अहम फैसला सुनाया। कोर्ट ने दहेज की मांग को खारिज कर दिया। दंपत्ति के बीच यौन संबंधों को लेकर विवाद है, जिस पर फैसला सुनाते हुए कोर्ट ने कहा, अगर पति पत्नी से यौन इच्छा जाहिर नहीं करता तो वह कहां जाएगा।

    हाईकोर्ट ने आरोपों को किया खारिज

    कोर्ट ने आरोपों को खारिज किया जज अनीश कुमार गुप्ता ने पति प्रांजल शर्मा और ससुराल वालों के खिलाफ मामला खारिज करते हुए कहा कि सबूत और गवाहों के बयान दहेज के लिए उत्पीड़न के दावों का समर्थन नहीं करते हैं। कोर्ट ने कहा, दंपत्ति के बीच यौन संबंधों से जुड़ी असहमतियों के कारण विवाद है। कोर्ट ने कहा, यह स्पष्ट है कि दोनों पक्षों के बीच यह विवाद यौन संबंधों के कारण है। इसी के चलते एक पक्ष ने दूसरे पक्ष पर दहेज को लेकर झूठे और मनगढ़ंत आरोप लगाए।

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    पत्नी ने सास-ससुर पर लगाया दहेज का आरोप

    बता दें कि, मीशा शुक्ला नाम की महिला की शादी 7 दिसंबर 2015 को प्रांजल शुक्ला से हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार हुई थी। इसके बाद दोनों के बीच यौन संबंधों को लेकर विवाद शुरू हो गया। दोनों के बीच विवाद के बाद पत्नी मीशा ने अपने पति और सास-ससुर मधु शर्मा और पुण्य शील शर्मा पर दहेज मांगने का आरोप लगाया। FIR में यह भी कहा गया है कि शादी से पहले दहेज की कोई मांग नहीं की गई थी। FIR में यह भी कहा गया है कि पति प्रांजल शराब पीता है और अश्लील फिल्में देखता है। यह भी कहा गया कि पति अपनी पत्नी के साथ अप्राकृतिक यौन संबंध बनाने पर जोर देता है।

    मामले को लेकर कोर्ट ने क्या कहा?

    याचिकाकर्ता के वकील सीनियर एडवोकेट विनय शरण ने कहा कि FIR में लगाए गए आरोप और पत्नी के बयान शारीरिक संबंधों को लेकर हैं। वकील ने आगे कहा, पत्नी द्वारा लगाए गए मारपीट के आरोप यौन संबंधों को लेकर असहमति के कारण हैं और महिला को दहेज के लिए नहीं पीटा गया था। कोर्ट ने आगे यह भी कहा, अगर नैतिक रूप से सभ्य समाज में कोई व्यक्ति अपनी पत्नी के सामने अपनी यौन इच्छा व्यक्त नहीं करता है, तो वह कहां जाएगा?

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