Kanpur police robbery: कानपुर के सरसौल में एक थोक कारोबारी ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनके अनुसार, शनिवार को वह गांजा तस्कर से बातचीत के लिए सरसौल पहुंचे थे। पुलिस ने तस्कर के साथ उन्हें भी पकड़ लिया और पूरे दिन चौकी और थाने में 13 घंटे बैठाया। इस दौरान पुलिस ने कारोबारी के 2.10 लाख रुपये अपने पास रख लिए। रात करीब 12:30 बजे उसे छोड़ा गया, लेकिन रास्ते में स्कॉर्पियो सवार एक दरोगा ने उससे 3.40 लाख रुपये लूट लिए। कारोबारी ने बताया कि पुलिस ने पहले 1.10 लाख रुपये अपने पास रख लिए और घर में रखे एक लाख रुपये भी परिजनों से मंगाकर ले लिए। इस तरह कुल 5.50 लाख रुपये की कथित वसूली और लूट हुई।
महाराजपुर के इस थोक कारोबारी ने बताया कि उनके पास कुल 4.50 लाख रुपये थे। जब वह सरसौल पहुंचे, तो एक युवक से बातचीत कर रहे थे, जिसे पुलिस ने गांजा तस्करी के आरोप में पकड़ लिया। पुलिस ने कारोबारी को भी उसी के साथ सुनहला चौकी ले जाकर पूरे दिन थाने में बैठाया। कारोबारी ने कहा कि वह लगातार गिड़गिड़ाता रहा, लेकिन परिजनों से बात करने तक की अनुमति नहीं दी गई।
‘पोस्ट शेयर करने वालों से ही मुलाकात’, PCS अधिकारी का वीडियो विवादों में
रात में बिचौलिए के हस्तक्षेप के बाद पुलिस ने 2.10 लाख रुपये लेकर कारोबारी को रात 12:30 बजे छोड़ा। पुलिस ने इस पूरी प्रक्रिया का वीडियो भी बनाया।
व्यापारी जैसे ही थाने से थोड़ी दूरी पर पहुंचे, स्कॉर्पियो सवार दरोगा ने उनके पास से 3.40 लाख रुपये छीन लिए। कारोबारी ने बताया कि पुलिस ने पहले ही 1.10 लाख रुपये रख लिए थे और घर में रखे एक लाख रुपये भी परिजनों से ले लिए। इस तरह कुल 5.50 लाख रुपये की कथित वसूली और लूट हुई।
डीसीपी पूर्वी सत्यजीत गुप्ता ने कहा कि कारोबारी गांजा तस्कर के साथ आए थे। उन्हें तस्दीक के बाद छोड़ा गया। 3.30 लाख रुपये लौटाने का वीडियो मौजूद है। डीसीपी ने आरोपों को पूरी तरह गलत बताया और कहा कि पैसा लूटने या वसूली करने की बात पूरी तरह गलत है। कारोबारी और परिजन अब पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठा रहे हैं और मीडिया के माध्यम से इसे उजागर किया।