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Monday, September 8, 2025
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थाने के अंदर दरोगा की बर्बरता, कैंसर से पीड़ित व्यक्ति को बेरहमी से पीटा

Kanpur Police Brutality: कानपुर के काकादेव थाने में एक कैंसर से पीड़ित एसबीआई फील्ड अफसर रिंकू सिंह के साथ पुलिसकर्मी की बर्बरता का मामला सामने आया है। रिंकू ने आरोप लगाया है कि थाने के अंदर दरोगा ने उन्हें न सिर्फ पीटा बल्कि उनके प्राइवेट पार्ट पर लात मारकर गिरा दिया। रिंकू का कहना है कि उन्होंने अपने मौसेरे भाई के धर्मांतरण के विरोध में आवाज उठाई थी, जिस पर उनकी पिटाई की गई। इस दौरान रिंकू के बच्चे भी मौजूद थे। गंभीर हालत में रिंकू को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस घटना के बाद बीजेपी के कई नेता और परिवार वाले थाने पहुंचकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। Kanpur पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

शास्त्री नगर के रहने वाले रिंकू सिंह एसबीआई में फील्ड अफसर हैं और पेल्विक कैंसर से पीड़ित हैं। उनके दो बच्चे भी गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं, जिसमें सात साल का बेटा सूर्यांश बोन मैरो कैंसर से ग्रसित है और उसका इलाज लखनऊ के पीजीआई में चल रहा है। रिंकू ने बताया कि उनका मौसेरे भाई अवनीश सिंह ने ईसाई धर्म अपना लिया है और लगातार उनपर तथा उनके पूरे परिवार पर धर्म परिवर्तन का दबाव बना रहा था। रिंकू ने धर्म परिवर्तन करने से साफ इनकार किया था, जिसके बाद अवनीश ने उन पर और उनके छोटे भाई अनूप पर हमला कर दिया। घटना के बाद काकादेव पुलिस को शिकायत की गई, लेकिन चौकी प्रभारी सचिन भाटी ने आरोपित पक्ष का समर्थन किया।

थाने में दोनों पक्षों को बुलाया गया, जहां रिंकू ने विरोध जताया, तो चौकी प्रभारी के निर्देश पर बच्चों के सामने उन्हें पीटा गया। आरोप है कि सिर दीवार से टकराया गया और प्राइवेट पार्ट में लात मारी गई। इसके बाद उन्हें हवालात में बंद कर दिया गया। इस घटना की जानकारी मिलते ही Kanpur बीजेपी मंडल अध्यक्ष नवीन भाटिया, पूर्व पार्षद राघवेंद्र मिश्रा समेत कई लोग थाने पहुंच गए और थाने के अंदर धरना प्रदर्शन किया। एसीपी स्वरूप नगर आईपी सिंह मौके पर आए तो रिंकू की तबियत अचानक खराब हो गई, जिसके बाद उन्हें सर्वोदय नगर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।

Kanpur थाना प्रभारी मनोज सिंह ने मामले में कहा है कि ननिहाल की प्रॉपर्टी को लेकर दोनों पक्षों के बीच पहले से विवाद था। गुरुवार को हुए झगड़े के बाद दोनों पक्षों को थाने बुलाया गया था। थाने के अंदर मारपीट का आरोप निराधार है। पीड़ित की मां उर्मिला की शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। एसीपी स्वरूप नगर ने कहा है कि दोनों पक्षों के आरोपों की जांच की जाएगी और रिपोर्ट के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी।

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