Lucknow-Kanpur Expressway: लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। माना जा रहा है कि जून 2025 से इस एक्सप्रेसवे को जनता के लिए खोल दिया जाएगा। इसका निर्माण कार्य तेजी से जारी है और अब तक लगभग 80% काम पूरा हो चुका है। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPEIDA) के अनुसार इसे जून तक पूरा करने की योजना है।
91 किमी का सफर होगा सिर्फ 35 मिनट में पूरा
फिलहाल लखनऊ से कानपुर के बीच 91 किलोमीटर की दूरी तय करने में डेढ़ से दो घंटे का समय लगता है। लेकिन इस एक्सप्रेसवे के शुरू होने के बाद यह सफर महज 35 मिनट में पूरा किया जा सकेगा। इससे रोजाना सफर करने वाले हजारों लोगों को राहत मिलेगी और दोनों शहरों के बीच कनेक्टिविटी में सुधार होगा।
फिनिशिंग कार्य अप्रैल से होगा तेज
अप्रैल से इस एक्सप्रेसवे के फिनिशिंग कार्य को और तेजी से पूरा किया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक, स्ट्रीट लाइट, रोड साइन, बैरिकेडिंग और टोल प्लाजा का काम जल्द पूरा किया जाएगा। कई जगहों पर सर्विस रोड और इंटरचेंज का निर्माण बाकी है जिसे जल्द पूरा किया जाएगा। सुरक्षा मानकों का ध्यान रखते हुए ट्रायल रन के बाद ही इसे आम जनता के लिए खोला जाएगा।
63 किमी लंबा होगा एक्सप्रेसवे
यह एक्सप्रेसवे कुल 63 किलोमीटर लंबा होगा (Lucknow-Kanpur Expressway) और फिलहाल इसे छह लेन के रूप में विकसित किया जा रहा है। हालांकि, भविष्य में इसे आठ लेन तक बढ़ाने की योजना भी बनाई गई है। इस पूरे प्रोजेक्ट पर लगभग 4700 करोड़ रुपये की लागत आएगी।
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रोजगार और आर्थिक विकास को मिलेगा बढ़ावा
यह एक्सप्रेसवे लखनऊ-सुल्तानपुर और आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे से भी जुड़ेगा जिससे यात्रा और आसान हो जाएगी।
- एक्सप्रेसवे के दोनों ओर 3.75 मीटर चौड़ी सर्विस रोड बनाई जाएगी।
- यहां चार इंटरचेंज पॉइंट्स और तीन टोल प्लाजा बनाए जा रहे हैं।
- लखनऊ-कानपुर के बीच सफर करने वाले यात्रियों को ट्रैफिक जाम से निजात मिलेगी।
औद्योगिक विकास को भी मिलेगी रफ्तार
इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से औद्योगिक विकास को भी रफ्तार मिलेगी। कानपुर और लखनऊ को यूपी के बड़े आर्थिक और औद्योगिक केंद्रों में गिना जाता है। एक्सप्रेसवे बनने से दोनों शहरों के बीच व्यापार, परिवहन और निवेश के नए रास्ते खुलेंगे। इसके साथ ही लॉजिस्टिक्स पार्क और इंडस्ट्रियल हब विकसित किए जा सकेंगे।
जिससे रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे। रियल एस्टेट सेक्टर में भी इस प्रोजेक्ट से तेजी आने की उम्मीद है। कई नए हाउसिंग और कमर्शियल प्रोजेक्ट शुरू हो सकते हैं, जिससे लखनऊ और कानपुर में इंफ्रास्ट्रक्चर और मेडिकल सेवाओं का भी विस्तार संभव होगा।