UP News : कानपुर के सरसौल स्वास्थ्य केंद्र अंतर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सीखठिया के एक दर्जन से अधिक गांवों की स्वास्थ्य सेवाओं की जिम्मेदारी संभालने वाले पुरवा मीर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टरों की मनमानी से व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। सोमवार की दोपहर 11:20 बजे तक मरीज डॉक्टरों का इंतजार करते रहे, लेकिन प्रभारी चिकित्साधिकारी वहां नहीं पहुंचीं।
महिला डॉक्टर ने स्टाफ की कमी को ठहराया जिम्मेदार
जानकारी लेने पर महिला डॉक्टर ने बताया कि वह पिछले दस साल से अकेले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में काम कर रही हैं और स्टाफ की भारी कमी है। डॉक्टर ने देर से आने के सवाल पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।
रोजाना की हो गई है समस्या
दिबियापुर गांव से आए चार मरीजों ने बताया कि डॉक्टरों का देर से आना यहां का रोजाना का नियम बन गया है। मरीज घंटों इंतजार करने को मजबूर हैं और समय पर इलाज न मिलने के कारण परेशान रहते हैं। पिछले कई सालों से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टरों और कर्मचारियों के कई पद खाली हैं। जो डॉक्टर यहां तैनात हैं, वे नियमित रूप से अस्पताल नहीं आते।
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इससे मरीजों को समय पर इलाज नहीं मिल पाता और उन्हें मजबूरी में प्राइवेट अस्पतालों का रुख करना पड़ता है। ग्रामीणों ने प्रशासन से अपील की है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थिति में सुधार लाया जाए। डॉक्टरों की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित की जाए और स्टाफ की कमी को तुरंत दूर किया जाए ताकि क्षेत्र के लोगों को समय पर और बेहतर इलाज मिल सके।