Lucknow Crime: लखनऊ में चोरों के हौसले इतने बुलंद हैं कि उन्होंने दिवाली के दौरान एक हाई-प्रोफाइल चोरी को अंजाम दिया है। यह घटना कर्नाटक के पूर्व डीजीपी महेंद्र कुमार श्रीवास्तव के अलीगंज स्थित आवास पर हुई, जहां चोरों ने सोने-हीरे के बेशकीमती जेवर और लाखों रुपये की नकदी चुरा ली। चोरी हुए सामान की कीमत करोड़ों में आंकी जा रही है।
चोरी की घटना और खुलासा
यह बड़ी चोरी तब हुई जब घर में रहने वाली डॉ. ऋषिका राज अपने परिवार के साथ 16 अक्टूबर को ओमान में कार्यरत अपने पति डॉ. नितिन कुमार श्रीवास्तव से मिलने सलाला चली गई थीं। उन्होंने घर की देखरेख की जिम्मेदारी पुराने नौकर आकाश रावत को सौंपी थी। दिवाली की पूजा के बाद, नौकर आकाश भी 21 अक्टूबर को घर में ताला लगाकर अपने गांव चला गया था, जिससे घर पूरी तरह से सूना हो गया था।
चोरी का पता तब चला जब आकाश रावत 26 अक्टूबर की सुबह कार लेने के लिए वापस मकान पर पहुंचा। उसने देखा कि घर के कई ताले टूटे हुए हैं और अंदर का सामान बिखरा पड़ा है। इस पर उसने तुरंत परिवार के रिश्तेदारों और ऋषिका के पति को सूचना दी। डॉ. ऋषिका राज के लखनऊ लौटने पर उन्होंने पाया कि अलमारी का ताला तोड़कर सारा सामान चोरी कर लिया गया था।
चोरी हुए बेशकीमती सामानों की सूची
पीड़िता डॉ. ऋषिका राज ने अपनी तहरीर में चोरी हुए सामान की विस्तृत जानकारी दी है। चोरों ने न केवल नकद पर हाथ साफ किया, बल्कि परिवार के पीढ़ी-दर-पीढ़ी के कीमती आभूषण भी चुरा लिए।
चोरी हुए सामान में शामिल हैं:
- लगभग सवा दो लाख रुपये ($2.25 लाख) नकद
- सोने के आभूषण: आठ कंगन, ग्यारह चेन, चार कड़े, दो लाकेट, पांच बड़े सेट, दो बाजूबंद, और चौबीस जोड़ी झुमके-टॉप्स।
- हीरे के आभूषण: तीन सेट और पांच पेन्डेंट सेट।
- सोने के सिक्के: लगभग 40 ग्राम के सोने के सिक्के।
डॉ. ऋषिका ने बताया कि उनका, उनकी सास और उनकी बेटी का सारा जेवर चोरी हो गया है। इसके अलावा, चोरों ने सबूत मिटाने के लिए सीसीटीवी कैमरे का डीवीआर और एयरटेल एक्सट्रीम टीवी बॉक्स भी चुरा लिया।
पुलिस जांच और एफआईआर
मामला पूर्व डीजीपी के आवास से जुड़ा होने के कारण Lucknow पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है। सूचना मिलते ही अलीगंज पुलिस Lucknow ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी।
डॉ. ऋषिका राज की तहरीर पर Lucknow पुलिस ने अज्ञात चोरों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 305 (चोरी) और 331(4) (अपराधों का षडयंत्र) के तहत एफआईआर दर्ज कर ली है। पुलिस अब आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है ताकि आरोपियों की पहचान कर उन्हें जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जा सके। यह घटना लखनऊ में त्योहारों के दौरान सुरक्षा व्यवस्था पर एक बड़ा सवाल खड़ा करती है।

