Lucknow Tension: लखनऊ के हजरतगंज स्थित आयकर विभाग कार्यालय में 29 मई 2025 को दो IRS अधिकारियों—डिप्टी कमिश्नर गौरव गर्ग और ज्वाइंट कमिश्नर योगेंद्र मिश्रा—के बीच हुई मारपीट ने प्रशासनिक और राजनीतिक माहौल में तहलका मचा दिया है। गौरव गर्ग ने योगेंद्र मिश्रा के खिलाफ हजरतगंज कोतवाली में FIR दर्ज कराई है, जिसमें गंभीर आरोप लगाए गए हैं। इस घटना ने न केवल विभाग के अंदर तनाव बढ़ा दिया है, बल्कि यूपी की प्रशासनिक व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।
गौरव गर्ग (2016 बैच) लखनऊ में डिप्टी कमिश्नर के पद पर तैनात हैं, जबकि योगेंद्र मिश्रा (2014 बैच) काशीपुर में ज्वाइंट कमिश्नर हैं। सूत्रों के मुताबिक, गर्ग एक गोपनीय विभागीय जांच के तहत मिश्रा को नोटिस जारी कर बयान दर्ज करने के लिए बुला रहे थे। 29 मई को जब मिश्रा Lucknow आए, तो दोनों के बीच बहस हुई जो अचानक हिंसक हो गई। FIR में आरोप है कि मिश्रा ने गर्ग को कमरे में बंद कर मुक्के-लात मारे, गला दबाने का प्रयास किया, और जूते से हमला किया। गर्ग को गंभीर चोटें आईं, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
FIR में यह भी कहा गया है कि मिश्रा ने पेपर वेट और पानी का गिलास भी फेंका, जिससे गर्ग के सिर और कान में गंभीर चोटें आईं। गर्ग ने यह भी आरोप लगाया कि मिश्रा ने परिवार के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणियां कीं। इस मामले में भादंसं की कई धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
इस विवाद की शुरुआत फरवरी 2025 में हुए एक क्रिकेट टूर्नामेंट से हुई मानी जा रही है। उस टूर्नामेंट में मिश्रा को टीम में शामिल नहीं किया गया था, जिससे वे नाराज थे। उन्होंने विरोध स्वरूप पिच पर लेटकर हंगामा किया और गालियां दीं, जिससे मैच करीब 50 मिनट तक रुका रहा। इस घटना का वीडियो वायरल हुआ, जिसके बाद विभागीय जांच शुरू हुई। गौरव गर्ग इस जांच के प्रभारी थे, जिससे मिश्रा का विवाद गहरा गया।
योगेंद्र मिश्रा विवादों में पहले भी कई बार घिरे रहे हैं। उन पर जूनियर अधिकारियों को धमकाने, फर्जी चैट बनाकर सीनियर अधिकारियों को ब्लैकमेल करने और अभद्र व्यवहार करने के आरोप हैं। उनके खिलाफ आठ से दस विभागीय जांचें भी चल रही हैं। मार्च 2025 में उनका ट्रांसफर लखनऊ से काशीपुर किया गया था, जिसे वे गर्ग और उनकी IPS पत्नी रवीना त्यागी के कारण मानते हैं।
मिश्रा ने दावा किया है कि क्रिकेट विवाद का वीडियो एक स्थानीय पत्रकार ने वायरल किया, जो उनसे पैसे मांग रहा था। उन्होंने कहा कि गर्ग ने पहले उन्हें थप्पड़ मारा था, जिसके जवाब में उन्होंने गिलास फेंका था, लेकिन इन दावों की जांच अभी बाकी है।
राजनीतिक प्रतिक्रिया भी तेज़ है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर निशाना साधा है, जबकि बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने अस्पताल जाकर घायल अधिकारी का हाल जाना और कार्रवाई का भरोसा दिया।
आयकर विभाग Lucknow ने इस मामले की आंतरिक जांच शुरू कर दी है और पुलिस भी सक्रिय है। इस घटना ने सरकारी कार्यालयों में सुरक्षा और आपसी तनाव के सवाल उठाए हैं। सभी की निगाहें अब जांच के निष्कर्ष पर टिकी हैं, क्योंकि यह मामला प्रशासनिक अनुशासन और कानून व्यवस्था के लिए गंभीर चुनौती बन गया है।