Lucknow news: लखनऊ में एक सचिवालय अधिकारी की बेटी को तीन वर्षों से लगातार परेशान कर रहे युवक के खिलाफ जब एफआईआर दर्ज हुई, तो वह आरोपी अधिकारी के घर पहुंचकर हंगामा करने लगा। यह घटना न केवल महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल उठाती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि अब अफसरों और उनके परिवार भी अपराधियों से सुरक्षित नहीं हैं।
मामला गोमतीनगर विस्तार कोतवाली क्षेत्र का है। आरोपी की पहचान नेहरू एंक्लेव निवासी ऋषभ वार्ष्णेय के रूप में हुई है। अधिकारी ने बताया कि एक मई को जब वह दफ्तर में थे, तभी दोपहर करीब एक बजे युवक उनके अपार्टमेंट पहुंचा और गार्ड से उनकी बेटी को बुलाने की मांग करने लगा। मना करने पर उसने गार्ड से गालीगलौज की। हंगामा बढ़ता देख गार्ड ने फोन पर आरोपी की बात अधिकारी से कराई। उन्होंने जब बेटी का नाम लेने पर युवक को फटकारा और बाहर जाने को कहा, तो सोसाइटी के अन्य सदस्यों ने पुलिस बुलाने की चेतावनी दी। इसके बाद आरोपी वहां से भाग गया।
घटना की जानकारी मिलने पर अधिकारी घर लौटे और बेंगलुरु में रह रही अपनी बेटी से संपर्क किया। बेटी ने बताया कि ऋषभ वर्ष 2022 से उसे कॉल, अश्लील मैसेज और सोशल मीडिया के माध्यम से परेशान कर रहा है। जब वह एक नंबर ब्लॉक करती, तो वह नए नंबर से दोबारा संपर्क करता और धमकी देता। इन सब बातों से डरकर युवती ने परिवार से कुछ नहीं कहा और काम के लिए बेंगलुरु चली गई। पिता का कहना है कि ऋषभ के डर से बेटी अब लखनऊ लौटने को भी तैयार नहीं है।
इंस्पेक्टर गोमतीनगर Lucknow विस्तार सुधीर अवस्थी ने बताया कि मामले की जांच जारी है। पीड़ित परिवार ने आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
इस घटना के अलावा शहर में महिलाओं के साथ छेड़छाड़ के कई और मामले भी सामने आए हैं। दुबग्गा में एक दुकानदार ने महिला से छेड़छाड़ की, जबकि मदेयगंज में पड़ोसी ने महिला पर हमला कर दिया। मड़ियांव में एक युवती की इंस्टाग्राम पर आपत्तिजनक वीडियो वायरल कर दी गई। यह घटनाएं राजधानी में महिलाओं की सुरक्षा व्यवस्था पर गहरे सवाल खड़े करती हैं।