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Tuesday, October 14, 2025
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    Lucknow: विजिलेंस की बड़ी छापेमारी, कंस्ट्रक्शन एंड डिजाइन सर्विसेस के 5 अफसरों के ठिकानों पर छापा

    विजिलेंस की बड़ी छापेमारी, कंस्ट्रक्शन एंड डिजाइन सर्विसेस के अफसरों के ठिकानों पर छापा

    लखनऊ, 01 अक्टूबर 2024: राजधानी लखनऊ में आज विजिलेंस विभाग द्वारा एक बड़ी कार्रवाई की गई है, जिसमें जल निगम की कंस्ट्रक्शन एंड डिजाइन सर्विसेस इकाई के अधिकारियों के ठिकानों पर छापेमारी की गई। आय से अधिक संपत्ति के मामले में यह छापेमारी की जा रही है, जिसमें अब तक 11 केस दर्ज हो चुके हैं।

    विजिलेंस की टीम ने एक साथ 5 अधिकारियों के ठिकानों पर छापेमारी की। जिन अधिकारियों के यहां छापा मारा गया, उनमें सहायक अभियंता राघवेंद्र कुमार गुप्ता, अधीक्षण अभियंता अजय रस्तोगी, सहायक अभियंता कमल कुमार खरबंदा, और प्रोजेक्ट मैनेजर कृष्ण कुमार पटेल शामिल हैं। छापेमारी मुख्य रूप से इंदिरा नगर, गोमती नगर और विकास नगर इलाकों में की गई।

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    विजिलेंस विभाग की इस कार्रवाई का मुख्य उद्देश्य इन अधिकारियों द्वारा अर्जित संपत्ति की जांच करना है, जो उनकी आय से अधिक पाई गई है।

    यह छापेमारी भ्रष्टाचार के खिलाफ चलाए जा रहे व्यापक अभियान का हिस्सा है, जिसमें सरकारी अधिकारियों द्वारा आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामलों की जांच की जा रही है।

    सरकार द्वारा भ्रष्टाचार विरोधी कार्रवाई से पारदर्शिता और ईमानदारी को मिलेगा बढ़ावा

    विजिलेंस द्वारा कंस्ट्रक्शन एंड डिजाइन सर्विसेस के अफसरों के ठिकानों पर की गई छापेमारी सरकार की भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति का हिस्सा है। यह कार्रवाई न केवल भ्रष्टाचारियों पर नकेल कसने के लिए है, बल्कि इसका मुख्य उद्देश्य सरकारी तंत्र में पारदर्शिता और ईमानदारी को बढ़ावा देना भी है।

    सरकार का मानना है कि भ्रष्टाचार विकास और प्रशासनिक सुचिता में बाधक है। इसलिए, इस तरह की कार्रवाई से भ्रष्ट आचरण को रोकने के साथ-साथ सरकारी विभागों और कर्मचारियों को जवाबदेह बनाने की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। विजिलेंस की इस सक्रियता से यह स्पष्ट संदेश दिया जा रहा है कि अनियमितताओं और गलत कार्यप्रणाली के लिए कोई जगह नहीं है।

    पारदर्शिता को बढ़ावा देने और सरकारी सेवाओं में ईमानदारी बनाए रखने के लिए यह कार्रवाई एक महत्वपूर्ण उदाहरण बनकर सामने आई है। सरकार का यह कदम न केवल प्रशासनिक सुधार की दिशा में है, बल्कि जनता के विश्वास को मजबूत करने की भी दिशा में एक बड़ा प्रयास है।

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