Lucknow Metro: लखनऊ मेट्रो के दूसरे चरण के लिए सार्वजनिक निवेश बोर्ड (PIB) ने अपनी संस्तुति दे दी है, जिससे इस परियोजना को आगे बढ़ाने का रास्ता साफ हो गया है। अब विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) को अंतिम मंजूरी के लिए केंद्रीय कैबिनेट को भेजा गया है। उम्मीद है कि जून में यह मंजूरी मिल जाएगी। सारी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद अक्टूबर 2025 से निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
इस नए Lucknow Metro चरण के तहत लखनऊ में ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर का निर्माण होगा, जो चारबाग से वसंतकुंज तक फैला होगा। यह कुल 11.165 किलोमीटर लंबा होगा, जिसमें 6.879 किलोमीटर भूमिगत और 4.286 किलोमीटर एलिवेटेड सेक्शन होगा। इस कॉरिडोर में कुल 12 स्टेशन बनाए जाएंगे, जिनमें 7 भूमिगत और 5 एलिवेटेड होंगे।
Lucknow Metro ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर बनने से मौजूदा 23 किलोमीटर लंबे नॉर्थ-साउथ कॉरिडोर को सीधा जोड़ मिलेगा और मेट्रो नेटवर्क की कुल लंबाई 35 किलोमीटर हो जाएगी। फिलहाल लखनऊ में सीसीएस एयरपोर्ट से मुंशी पुलिया के बीच मेट्रो सेवा 21 स्टेशनों के साथ संचालित है। नए रूट से पुराने शहर के कई घने इलाकों को भी मेट्रो से जोड़ने का काम होगा, जिससे यातायात की भीड़ घटेगी और लोगों को आरामदायक यात्रा मिलेगी।
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चारबाग मेट्रो स्टेशन को इंटरचेंज स्टेशन के रूप में विकसित किया जाएगा, जहां यात्री नॉर्थ-साउथ और ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर के बीच मेट्रो बदल सकेंगे। परियोजना की अनुमानित लागत करीब 5801 करोड़ रुपये है। यूपी मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के एमडी सुशील कुमार ने बताया कि पहले चरण की तरह इस बार भी समय से पहले निर्माण पूरा करने की कोशिश की जाएगी।
ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर के 12 स्टेशन:
भूमिगत स्टेशन:
- चारबाग
- गौतम बुद्ध नगर
- अमीनाबाद
- पांडेयगंज
- सिटी रेलवे स्टेशन
- मेडिकल कॉलेज चौराहा
- चौक
एलिवेटेड स्टेशन:
8. ठाकुरगंज
9. बालागंज
10. सरफराजगंज
11. मूसाबाग
12. वसंतकुंज
यह Lucknow Metro परियोजना न केवल लखनऊ के नागरिकों को एक बेहतर यात्रा अनुभव देगी, बल्कि शहर के पर्यटन, रोजगार और संस्कृति को भी नया आयाम देगी।