Masood Azhar killed: भारत द्वारा किए गए ऑपरेशन सिंदूर एयर स्ट्राइक में जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर के परिवार के 10 लोग मारे गए हैं। इस हमले के बाद अजहर ने अपनी दुखद प्रतिक्रिया में कहा कि “अगर इस हमले में मैं भी मारा जाता तो अच्छा होता।” जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की पुष्टि करते हुए जानकारी दी कि मसूद अजहर की बड़ी बहन, मौलाना कशफ और मुफ़्ती अब्दुल रऊफ के परिवार के सदस्य भी मारे गए हैं। इसके अलावा, महिलाएं और बच्चे भी इस हमले में शिकार हुए हैं, और बाजी सादिया के बच्चों को गंभीर चोटें आई हैं। यह हमला आतंकवाद के खिलाफ एक बड़ा कदम साबित हो रहा है, लेकिन मसूद अजहर की निराशा और दुख, इस घटना को एक और भयावह मोड़ पर ले आता है।
सूत्रों के अनुसार, इस हमले में मसूद अजहर के साथ उनके भाई मौलाना कशफ साहिब, मुफ़्ती अब्दुल रऊफ और उनकी बेटी बाजी सादिया के चार बच्चे भी मारे गए हैं। इस हमले में महिलाएं और बच्चे भी शहीद हुए हैं। अजहर के परिवार के अन्य सदस्य, जैसे बाजी सादिया का पति, गंभीर रूप से घायल हुए हैं। यह हमला आतंकवाद के खिलाफ एक बड़ी जीत मानी जा रही है, क्योंकि मसूद अजहर वर्षों से पाकिस्तान में छिपा हुआ था और उसकी गिरफ्तारी से बचने में माहिर था।
मौलाना मसूद अजहर को 1999 में भारतीय विमान अपहरण के बाद रिहा किया गया था और तब से वह आतंकवादी गतिविधियों में शामिल रहा। हालांकि, उसकी मौत की खबर में कुछ असंगतियां भी सामने आई हैं। सोशल मीडिया पर दावा किया गया है कि मसूद अजहर ने एक पत्र छोड़ा था, जिसमें उसने अपने परिवार के 14 सदस्यों की मौत का उल्लेख किया था। लेकिन इस पत्र की प्रामाणिकता पर सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि अगर वह मारा गया था, तो पत्र कैसे लिखा जा सकता है? यह असंगति इस बात की ओर इशारा करती है कि यह पत्र या तो गढ़ा गया है या यह घटना उससे पहले का हो सकता है।
अभी तक इस हमले की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, और इस बारे में कोई सरकारी बयान जारी नहीं हुआ है। हालाँकि, सोशल मीडिया पर इस घटना के बारे में चर्चाएँ और अफवाहें जोरों पर हैं।
इस रिपोर्ट की सत्यता की पुष्टि किए बिना, इसे संदेह के साथ लिया जा सकता है। अगर यह सच साबित होता है, तो यह जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी नेटवर्क को एक बड़ी चोट पहुँचा सकता है।