Muzaffarnagar encounter: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में रविवार रात पुलिस और बदमाशों के बीच एक मुठभेड़ में कुख्यात अपराधी शाहरुख पठान को मार गिराया गया। मेरठ एसटीएफ द्वारा की गई इस कार्रवाई को प्रदेश सरकार की अपराध के खिलाफ सख्त नीति का हिस्सा माना जा रहा है। शाहरुख पठान मुख्तार अंसारी और संजीव जीवा के आपराधिक गैंग का सक्रिय सदस्य था और उस पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था।
पुलिस को इनपुट मिला था कि शाहरुख पठान छपार थाना क्षेत्र के आसपास किसी बड़ी आपराधिक वारदात की तैयारी कर रहा है। इसी सूचना पर एसटीएफ ने देर रात इलाके में दबिश दी। बिजोपुरा चौराहे के पास जंगल में बदमाशों की घेराबंदी के दौरान शाहरुख ने पुलिस टीम पर गोलियां चलानी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में एसटीएफ ने भी फायरिंग की, जिसमें शाहरुख को गोली लगी और वह मौके पर ही मारा गया।
एनकाउंटर के बाद पुलिस ने घटनास्थल से एक ब्रेजा कार, एक पिस्टल, दो रिवॉल्वर, कई जिंदा और तीन खोखा कारतूस बरामद किए हैं। शाहरुख के खिलाफ हत्या, लूट और संगठित अपराध से जुड़े एक दर्जन से अधिक केस पहले से ही दर्ज थे। वह मुजफ्फरनगर के खालापार इलाके का रहने वाला था और लंबे समय से फरार चल रहा था।
इस ऑपरेशन का नेतृत्व मेरठ एसटीएफ के कमांडर संजय वर्मा और कमांडर घुले सुशील चंद्रभान ने किया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और साथ ही इलाके में तलाशी अभियान जारी है ताकि शाहरुख के अन्य सहयोगियों को भी पकड़ लिया जाए।
प्रदेश में अपराधियों के खिलाफ योगी सरकार द्वारा अपनाई गई जीरो टॉलरेंस नीति के तहत पुलिस द्वारा की जा रही कार्रवाइयों में यह एक और बड़ी सफलता है। यूपी पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक, बीते आठ वर्षों में 12,000 से अधिक एनकाउंटर हो चुके हैं, जिनमें 228 से अधिक अपराधी मारे गए हैं।
स्थानीय Muzaffarnagar नागरिकों ने इस कार्रवाई की सराहना की है, क्योंकि शाहरुख पठान इलाके में डर और दहशत का प्रतीक बन चुका था। Muzaffarnagar पुलिस का कहना है कि इस तरह की कार्रवाइयां आगे भी जारी रहेंगी और राज्य में अपराध के लिए कोई जगह नहीं बचेगी। यह एनकाउंटर अपराधियों के लिए एक कड़ा संदेश बनकर उभरा है।