Myanmar earthquake: म्यांमार में शनिवार को फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिसकी तीव्रता 5.1 रिक्टर स्केल पर दर्ज की गई। भूकंप का केंद्र राजधानी नेपीडॉ के पास बताया जा रहा है। इससे पहले शुक्रवार को 7.7 तीव्रता के विनाशकारी भूकंप ने देश में भारी तबाही मचाई थी, जिसमें 1002 लोगों की मौत हो चुकी है और 1670 से अधिक लोग घायल हुए हैं। लगातार झटकों से लोगों में दहशत बनी हुई है, और प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है।
भूकंप के झटकों से दहशत
शनिवार दोपहर 2:50 बजे (IST) आए भूकंप के झटकों ने म्यांमार के कई हिस्सों में हलचल मचा दी। यूएस जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) के मुताबिक, इसका केंद्र 10 किलोमीटर की गहराई में था। बीते 24 घंटों में म्यांमार में यह तीसरी बार भूकंप आया है। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (NCS) के अनुसार, शुक्रवार रात को भी 4.2 तीव्रता का झटका महसूस किया गया था। विशेषज्ञों का मानना है कि म्यांमार में भूकंप का यह सिलसिला अभी जारी रह सकता है।
भूकंप से जान-माल का नुकसान
शुक्रवार को आए 7.7 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप के कारण सैकड़ों इमारतें, बौद्ध मंदिर, सड़कें और पुल नष्ट हो चुके हैं। कई इलाकों में बिजली और संचार सेवाएं प्रभावित हुई हैं। अफगानिस्तान में भी शनिवार सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए, हालांकि वहां किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं है।
भारत ने बढ़ाया मदद का हाथ
Myanmar में आए विनाशकारी भूकंप के बाद भारत ने #OperationBrahma के तहत राहत और बचाव कार्यों में सहायता भेजी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने म्यांमार के सीनियर जनरल एच.ई. मिन आंग ह्लाइंग से बातचीत कर संवेदना प्रकट की। भारत ने खाद्य सामग्री, दवाइयां, मेडिकल टीम और बचाव दल भेजे हैं, जो प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य कर रहे हैं।
भविष्य में और झटकों की संभावना
भूवैज्ञानिकों के अनुसार, Myanmar में टेक्टोनिक प्लेट्स में अस्थिरता के कारण आने वाले दिनों में और झटके आ सकते हैं। प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है और आपातकालीन सेवाओं को अलर्ट पर रखा गया है। लगातार झटकों से स्थिति और गंभीर हो सकती है, इसलिए बचाव कार्यों में तेजी लाई जा रही है।