Chilla Elevated Road: नोएडा में चिल्ला एलिवेटेड रोड का निर्माण 12 साल के इंतजार के बाद फरवरी 2025 से फिर से शुरू होगा। इस परियोजना का शिलान्यास मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2019 में किया था, लेकिन कई समस्याओं की वजह से काम मार्च 2020 में रोक दिया गया था। अब, इस प्रोजेक्ट के तहत नोएडा और दिल्ली के बीच यातायात की भीड़ को कम किया जाएगा, जिससे रोजाना करीब 5 लाख गाड़ियों को लाभ मिलेगा। परियोजना की अनुमानित लागत अब 892.75 करोड़ रुपये है।
चिल्ला एलिवेटेड रोड
Chilla Elevated Road की योजना 2012 में तैयार की गई थी, जिसका उद्देश्य दिल्ली और नोएडा के बीच बढ़ती ट्रैफिक समस्या का समाधान करना था। 2018 में दिल्ली सरकार से मंजूरी मिलने के बाद, 2019 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसका शिलान्यास किया था। इस प्रोजेक्ट का पहले 605 करोड़ रुपये का बजट था, लेकिन समय के साथ लागत बढ़ने के कारण इसे फिर से संशोधित किया गया। निर्माण कार्य में देरी के कारण, यह प्रोजेक्ट 2020 में रुक गया था, और अब इसे फिर से शुरू किया जाएगा।
ब्रिज कॉर्पोरेशन के संयुक्त प्रबंध निदेशक के अनुसार, ठेकेदार के साथ दिसंबर 2023 में समझौता किया गया और उन्हें तीन साल के भीतर काम पूरा करने का समय दिया गया है। इस एलिवेटेड रोड की लंबाई 5.9 किलोमीटर होगी, और इसे जनवरी 2025 तक अंतिम रूप दिया जाएगा।
यातायात पर असर और भविष्य के लाभ
Chilla Elevated Road के निर्माण से दिल्ली और नोएडा के बीच ट्रैफिक जाम की समस्या को समाप्त किया जा सकेगा। चिल्ला बॉर्डर से लिंक रोड होते हुए एक्सप्रेस-वे तक जाने वाली ट्रैफिक को सीधा फायदा होगा। यह परियोजना रोजाना लगभग 5 लाख गाड़ियों को राहत देने का अनुमान है, जिससे समय की बचत होगी और प्रदूषण में भी कमी आएगी।
इस प्रोजेक्ट के पूरा होने से नोएडा और दिल्ली के बीच यात्रा करना आसान हो जाएगा। चिल्ला एलिवेटेड रोड न केवल यातायात की समस्या हल करेगा, बल्कि यह क्षेत्रीय परिवहन के विकास में भी अहम योगदान देगा। आने वाले वर्षों में यह परियोजना लाखों यात्रियों को लाभ पहुंचाएगी।