‘पहले आओ पहले पाओ’
बता दें कि, NMRC के कार्यकारी निदेशक महेंद्र सिंह ने बताया कि इस नई पहल के तहत 10 वर्ग मीटर तक के कियोस्क ‘पहले आओ पहले पाओ’ के आधार पर आवंटित किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि यह नीति खास तौर पर युवा उद्यमियों और स्टार्टअप को ध्यान में रखकर बनाई गई है। आवेदकों को टेंडर प्रक्रिया से नहीं गुजरना पड़ेगा, बल्कि वे आसान प्रक्रिया के जरिए अपना कारोबार शुरू कर सकेंगे।
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घोषणा के 15 दिन बाद होगी नीति लागू
महेंद्र सिंह ने बताया कि यह लाइसेंस शुरुआत में तीन साल के लिए वैध होगा, जिसे दो साल के लिए और बढ़ाया जा सकता है। एनएमआरसी की वेबसाइट पर इसकी घोषणा के 15 दिन बाद यह नीति लागू हो जाएगी। इस दौरान इच्छुक उद्यमी सभी 21 मेट्रो स्टेशनों पर जाकर उपलब्ध स्थानों का आकलन कर सकेंगे।
NMRC की वेबसाइट पर उपलब्ध
महेंद्र सिंह ने कहा कि एनएमआरसी का उद्देश्य न केवल राजस्व बढ़ाना है, बल्कि मेट्रो स्टेशनों को व्यवसाय केंद्र के रूप में विकसित करना भी है। इस पहल से न केवल यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने आगे कहा कि आवेदन प्रक्रिया को आसान बना दिया गया है। पात्रता मानदंड, आवेदन प्रक्रिया, स्थान विकल्प और शुल्क संरचना जैसी सभी आवश्यक जानकारी जल्द ही एनएमआरसी की वेबसाइट पर उपलब्ध होगी।