Noida Transfer Dispute: उत्तर प्रदेश के राज्य कर विभाग में एक अप्रत्याशित घटनाक्रम ने सभी को हैरान कर दिया है। नोएडा में तैनात अपर आयुक्त राज्य कर संदीप भागिया पर उत्पीड़न और शोषण का आरोप लगाने वाले कुल 14 अधिकारियों का ही तबादला कर दिया गया है। इस फैसले ने विभाग की निष्पक्षता और कार्रवाई की मंशा पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
मामला तब सामने आया जब नोएडा के सचल दल में तैनात छह अधिकारियों ने लिखित शिकायत देकर अपर आयुक्त पर गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना था कि संदीप भागिया लगातार अधिकारियों पर दबाव बना रहे हैं और जांच संबंधी मामलों में पक्षपातपूर्ण रवैया अपना रहे हैं। शिकायत में यह भी कहा गया कि विभागीय कमेटी की कार्यप्रणाली पर भरोसा नहीं किया जा सकता। अधिकारियों ने इस संदर्भ में कार्रवाई की मांग की थी।
लेकिन हैरानी की बात यह रही कि कार्रवाई आरोप झेल रहे अधिकारी के खिलाफ न होकर शिकायत दर्ज कराने वाले अधिकारियों पर ही हो गई। विशेष सचिव राज्य कर श्याम नारायण द्वारा जारी आदेश के अनुसार इन अधिकारियों को Noida से हटाकर प्रयागराज, महोबा, अयोध्या, लखनऊ, मुरादाबाद और कानपुर जैसी जगहों पर भेजा गया है। इनमें सहायक आयुक्त, संयुक्त आयुक्त और अपर आयुक्त स्तर तक के नाम शामिल हैं।
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Noida विभागीय आदेश के बाद से ही अधिकारियों के बीच असंतोष का माहौल है। उनका कहना है कि अगर उत्पीड़न की शिकायत करना ही ट्रांसफर का कारण बन जाएगा तो आगे कोई भी अधिकारी खुलकर अपनी बात कहने से बचेगा। यह स्थिति कार्यसंस्कृति पर गंभीर असर डाल सकती है।
यह मामला अब राजनीतिक और प्रशासनिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया है। सवाल यह है कि क्या शिकायतकर्ताओं के तबादले से विभाग की छवि को धक्का नहीं लगेगा? फिलहाल सबकी निगाहें इस पर टिकी हैं कि क्या सरकार इस विवाद की स्वतंत्र जांच कराएगी या फिर यह मामला समय के साथ ठंडा पड़ जाएगा।