YEIDA City News: यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YIDA) ने यीडा सिटी को एक वास्तविक और कार्यशील शहर के रूप में बसाने के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के शुरू होने से पहले प्राधिकरण का लक्ष्य है कि अगले 15 महीनों में यीडा क्षेत्र में रुके हुए निर्माण और विकास कार्य पूरे कर लिए जाएं।
इस योजना के अंतर्गत, विशेष फोकस उन 18 सेक्टरों पर है जहाँ अब तक 20 से 30 प्रतिशत जमीन का अधिग्रहण नहीं हो पाया है, जिससे प्रोजेक्ट अधर में लटके हुए हैं। इनमें मुख्य रूप से सेक्टर 5, 8, 17, 18, 20, 22डी, 28, 29, 32 और 33 शामिल हैं। अब प्राधिकरण इन सेक्टरों में किसानों से सीधे संपर्क करके 10-10 एकड़ की भूमि के टुकड़ों में खरीदारी की प्रक्रिया शुरू कर रहा है। इसके लिए किसानों की सूची बनाई जा रही है, जिससे संवाद प्रक्रिया सहज और तेज हो सके।
इस पहल का सबसे बड़ा लाभ उन आवंटियों को मिलने की उम्मीद है जो वर्षों से अपने प्लॉट की प्रतीक्षा कर रहे हैं। उदाहरण के तौर पर, 2009 की आवासीय योजना के अंतर्गत सेक्टर 18 और 20 में करीब 1700 आवंटी अब भी अपने प्लॉट के लिए इंतजार कर रहे हैं। वहीं, सेक्टर 32 और 33 में वर्ष 2013 से 115 औद्योगिक भूखंड आवंटित नहीं हो सके हैं।
YEIDA City प्राधिकरण का कहना है कि यह जमीनों की समस्या अब किसानों से सीधे सहमति बनाकर हल की जाएगी, जिससे विकास कार्य बिना देरी के पूरे किए जा सकें। यह रणनीति न केवल अधूरी परियोजनाओं को गति देगी, बल्कि यीडा सिटी को आबादी के लायक बनाने में भी अहम भूमिका निभाएगी।
YEIDA City के सीईओ आरके सिंह ने जानकारी दी कि सेक्टरों में शत-प्रतिशत भूमि अधिग्रहण सुनिश्चित करने के लिए एक ठोस कार्य योजना तैयार की गई है। उनका कहना है कि जेवर एयरपोर्ट चालू होने तक यीडा क्षेत्र में मजबूत बुनियादी ढांचा और आवासीय ढांचा तैयार करना सर्वोच्च प्राथमिकता है।
प्राधिकरण का पूरा फोकस अगले 15 महीनों में यीडा सिटी को एक जीवंत और व्यवस्थित टाउनशिप में बदलने पर है, ताकि निवेशकों और आम नागरिकों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें और यीडा क्षेत्र एक विकसित हब के रूप में उभरे।