Gujarat ATS: गुजरात एटीएस ने एक अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी मॉड्यूल का भंडाफोड़ करते हुए अल-कायदा से जुड़े चार आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है। यह मॉड्यूल पाकिस्तान से संचालित हो रहा था और इंस्टाग्राम के ज़रिए भारत में अपनी जड़ें फैला रहा था। गिरफ्तार किए गए चार आरोपियों में से दो गुजरात से, एक दिल्ली से और एक नोएडा से पकड़ा गया है। इन सभी की पहचान भारतीय उपमहाद्वीप में अल-कायदा के सक्रिय सदस्यों के रूप में हुई है। नोएडा से गिरफ्तार किए गए आतंकवादी की पहचान जीशान अली के रूप में हुई है, जो मूल रूप से मेरठ के एक गाँव का रहने वाला है।
आरोपी को 14 दिन की रिमांड पर भेजा गया
स्थानीय लोगों के अनुसार, वह पिछले एक महीने से इलाके में एक दुकान के पास किराए पर रह रहा था और घंटों वहीं बैठा रहता था। दोपहर करीब 1:30 बजे गुजरात एटीएस नोएडा पहुंची और जीशान को हिरासत में लेकर पूछताछ के लिए गुजरात ले गई। फैक, जीशान, सैफुल्लाह और फरदीन पर यूएपीए की धारा 13, 18, 38, 39 और बीएनएस की धारा 113, 152, 196 और 68 के तहत गंभीर आपराधिक धाराएं लगाई गई हैं। सैफुल्लाह और फरदीन को अदालत में पेश कर 14 दिन की रिमांड पर भेज दिया गया है, जबकि बाकी दो आरोपियों को आज अदालत में पेश किया जाएगा।
ऑपरेशन सिंदूर से जुड़े दस्तावेज भी बरामद
फरदीन के पास से ऑपरेशन सिंदूर से जुड़े कई अहम दस्तावेज भी बरामद हुए हैं, जिनसे आतंकियों की भविष्य की साजिशों का खुलासा हो सकता है। एटीएस इस मामले में फंडिंग नेटवर्क, अन्य संभावित सहयोगियों और डिजिटल माध्यम से युवाओं को गुमराह करने के तरीकों की गहन जाँच कर रही है। इस कार्रवाई को देश की सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ी सफलता माना जा रहा है, जिसने सोशल मीडिया के ज़रिए फैल रहे आतंक के जाल को समय रहते रोक दिया। गुजरात एटीएस के डीआईजी सुनील जोशी ने बताया कि इस मॉड्यूल का मास्टरमाइंड दिल्ली निवासी मोहम्मद फैक था, जो पाकिस्तान के इंस्टाग्राम हैंडलर के संपर्क में था।
इंस्टाग्राम के ज़रिए करते थे काम
यह आतंकी नेटवर्क इंस्टाग्राम के ज़रिए ग्रुप बनाकर युवाओं को कट्टरपंथी विचारधारा की ओर मोड़ने का काम कर रहा था। तलाशी के दौरान तलवारें, अल-क़ायदा से जुड़ी आपत्तिजनक सामग्री और आतंकी गतिविधियों से जुड़े दस्तावेज़ ज़ब्त किए गए हैं।