PM Modi After Operation Sindoor: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूरोप की अपनी चार दिवसीय यात्रा को फिलहाल टाल दिया है। यह यात्रा 13 से 17 मई के बीच क्रोएशिया, नॉर्वे और नीदरलैंड के लिए निर्धारित थी। यह निर्णय ऐसे वक्त में लिया गया है जब हाल ही में हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव गहराया है। यह सैन्य अभियान उन आतंकी संगठनों के खिलाफ था जो पाकिस्तान और पीओके में सक्रिय हैं और जिन्हें हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हमले से जोड़ा गया है। उस हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें बड़ी संख्या में पर्यटक शामिल थे।
भारत सरकार ने इस ऑपरेशन को “सटीक और सीमित” करार दिया है, जिसका उद्देश्य केवल आतंकी ढांचे को निशाना बनाना था, न कि पाकिस्तानी सेना को। जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे संगठनों के ठिकानों पर की गई इन कार्रवाइयों को भारत की सुरक्षा नीति में एक निर्णायक मोड़ माना जा रहा है।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया में भारत के साथ हवाई, समुद्री और व्यापारिक संपर्कों को सीमित कर दिया गया है। भारतीय एयरलाइनों के लिए हवाई मार्ग बंद करने, भारतीय जहाजों पर बंदरगाह प्रतिबंध लगाने और द्विपक्षीय व्यापार को निलंबित करने जैसे कदम उठाए गए हैं। जवाब में भारत ने भी पाकिस्तानी जहाजों को अपने बंदरगाहों से दूर कर दिया है, वीजा प्रक्रिया पर रोक लगाई है और सिंधु जल संधि को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने इन हालात को देखते हुए हाल ही में सऊदी अरब की यात्रा को बीच में छोड़ा और 9 मई को रूस में होने वाले विजय दिवस समारोह में शामिल होने का कार्यक्रम भी रद्द कर दिया। इस बीच, उन्होंने एयर चीफ मार्शल ए.पी. सिंह और नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी सहित रक्षा प्रमुखों के साथ कई उच्च स्तरीय बैठकें की हैं। इन बैठकों में भविष्य की रणनीति और ऑपरेशन के अगले चरणों पर चर्चा हुई है।
PM Modi ने सशस्त्र बलों को “पूर्ण संचालन स्वतंत्रता” देने की बात दोहराई है और आतंकी हमलों के जवाब में “अकल्पनीय दंड” की चेतावनी भी दी है। केंद्रीय सशस्त्र बलों की छुट्टियां भी रद्द कर दी गई हैं, जो स्थिति की गंभीरता को दर्शाता है।
फिलहाल यूरोप यात्रा को पुनः निर्धारित करने की कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। भारत की प्राथमिकता अभी राष्ट्रीय सुरक्षा और क्षेत्रीय स्थिरता पर केंद्रित है।