Prayagraj Karchana riot: प्रयागराज के करछना क्षेत्र में रविवार को हुई हिंसा के बाद पुलिस ने बड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। भीम आर्मी के तहसील अध्यक्ष और उपाध्यक्ष सहित 54 लोगों को नामजद करते हुए 550 अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस अब तक 75 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है, जिनमें आठ नाबालिग भी शामिल हैं। पुलिस, एसओजी और सर्विलांस टीम मिलकर अन्य आरोपियों की पहचान में जुटी हैं और लगातार दबिश दे रही हैं।
Prayagraj पुलिस के मुताबिक, भीम आर्मी और आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद को कौशाम्बी और करछना के इसौटा में प्रवेश से रोका गया था। इस फैसले से नाराज भीम आर्मी के करछना तहसील अध्यक्ष अभय सिंह उर्फ सोनू और उपाध्यक्ष प्रतीक देव वर्मन ने अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ भड़ेवरा बाजार में भारी उपद्रव किया। हिंसा के दौरान पत्थरबाजी, आगजनी और तोड़फोड़ की गई। भीम आर्मी के समर्थकों ने लाठी-डंडों, ईंट-पत्थरों और पेट्रोल बोतलों का इस्तेमाल कर माहौल को और बिगाड़ दिया।
इस हिंसा में एसीपी करछना अरुण कुमार त्रिपाठी, भुंडा चौकी प्रभारी कैलाश और हेड कांस्टेबल जयशंकर पांडेय गंभीर रूप से घायल हो गए। इसके अलावा कई राहगीर, महिलाएं और बच्चे भी उपद्रव के दौरान जख्मी हुए। उपद्रवियों ने पुलिस के चार वाहनों समेत कई निजी गाड़ियों को तोड़फोड़ कर आग के हवाले कर दिया।
Prayagraj करछना थाना प्रभारी अनूप सरोज की तहरीर पर मामला दर्ज हुआ है। पुलिस ने अब तक 75 आरोपियों को पकड़ा है, जिनमें से 48 को जेल भेजा जा चुका है और आठ नाबालिग पुलिस अभिरक्षा में हैं। हिंसा के दौरान कई आरोपी घटनास्थल पर अपनी गाड़ियां छोड़कर भाग निकले। पुलिस ने तीन दर्जन से ज्यादा दोपहिया वाहनों को जब्त कर लिया है, जिनकी पहचान के लिए जांच जारी है।
घटना के अगले दिन भड़ेवरा बाजार में जनजीवन सामान्य हो गया। दुकानें खुलीं और बैंक व अन्य संस्थानों में कामकाज भी शुरू हो गया। हालांकि, पुलिस की सख्त निगरानी अब भी बनी हुई है। Prayagraj डीसीपी यमुनानगर विवेकचंद्र यादव ने खुद इलाके में पैदल गश्त कर स्थिति का जायजा लिया और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। पुलिस का कहना है कि आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट और रासुका के तहत कार्रवाई होगी। साथ ही, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की भरपाई भी आरोपियों से कराई जाएगी।