Lucknow News: लखनऊ में घर बनाने का सपना देख रहे लोगों के लिए एक बड़ी खबर है। उत्तर प्रदेश आवास एवं विकास परिषद (आवास-विकास) अपनी नई सौमित्र विहार योजना अगले महीने लॉन्च करने जा रही है। यह योजना राजधानी लखनऊ की न्यू जेल रोड के पास स्थित है। पहले चरण में, परिषद लगभग 200 एकड़ का ले-आउट तैयार कर रही है, जिसमें करीब 2000 आवासीय प्लॉट उपलब्ध होंगे। अधिकारियों के अनुसार, इन प्लॉटों के लिए रजिस्ट्रेशन नवंबर के पहले सप्ताह में खोले जाने की तैयारी है, जिसका लक्ष्य 1 नवंबर को योजना लॉन्च करना है।
इस Lucknow योजना की खास बात यह है कि यह आवास-विकास परिषद की पहली आवासीय परियोजना है जिसमें जमीन जुटाने के लिए लैंड पूलिंग का इस्तेमाल किया गया है। किसानों से जमीन लेने के बाद उन्हें विकसित प्लॉट दिए गए हैं, जिससे उन्हें अधिग्रहण के मुकाबले चार से पांच गुना अधिक लाभ मिलने की संभावना है। इस योजना में प्लॉटों की कीमत ₹2200 से ₹2700 प्रति वर्ग फुट के बीच निर्धारित होने की उम्मीद है।
Lucknow के डालीबाग फ्लैटों की लॉटरी 10-11 नवंबर को, पंजीकरण की समय सीमा नजदीक
Lucknow योजना की मुख्य बातें और प्लॉट की जानकारी
सौमित्र विहार योजना में कुल आठ खंड होंगे, जिनके नाम संकल्प, संकेत, संज्ञान, संचित, संभव, सबोध, संबित और सदीप रखे गए हैं।
- प्लॉट का आकार: यहां 30 वर्ग मीटर से लेकर 300 वर्ग मीटर तक के विभिन्न आकार के प्लॉट उपलब्ध होंगे।
- प्लॉटों की संख्या: पहले चरण में लगभग 2000 प्लॉट सामान्य जनता के लिए रजिस्ट्रेशन के लिए खुलेंगे।
- किराया: प्लॉट की दरें ₹2200 से ₹2700 प्रति वर्ग फुट के बीच तय हो सकती हैं।
- सुविधाएं: प्रत्येक खंड में पार्क, झील और कन्वेंशन सेंटर जैसी आधुनिक सुविधाएं होंगी। आवासीय प्लॉटों के बीच में कमर्शल और शैक्षणिक प्लॉट भी शामिल किए जाएंगे।
लैंड पूलिंग से किसानों को मिला बड़ा फायदा
यह योजना चांद सराय, कासिमपुर बिरुहा, हबुआपुर और सठवारा समेत कई गांवों में किसानों से जमीन लेकर तैयार की गई है। परिषद ने लैंड पूलिंग के तहत जमीन देने वाले किसानों को उनकी जमीन के बदले एक चौथाई बराबर के विकसित प्लॉट आवंटित किए हैं।
आवास विकास परिषद के उप आवास आयुक्त चंदन पटेल के अनुसार, किसानों को 112 वर्ग मीटर से 300 वर्ग मीटर तक के कुल 1247 प्लॉटों का आवंटन किया जा चुका है।
लैंड पूलिंग के तहत, जहां अधिग्रहण में किसानों को सर्किल रेट पर एक बीघा का लगभग ₹34 से ₹40 लाख मिलता, वहीं विकसित प्लॉट मिलने पर उसकी कीमत ₹1.50 करोड़ से ₹1.75 करोड़ के बीच हो सकती है। इस बड़े फायदे के कारण लैंड पूलिंग जमीन जुटाने का एक सफल मॉडल साबित हुआ है। अब, आम जनता के लिए रजिस्ट्रेशन खुलने के बाद लॉटरी के माध्यम से प्लॉट आवंटित किए जाएंगे।

