Shahjahanpur news: उत्तर प्रदेश के Shahjahanpur जिले में रविवार रात एक हैरान कर देने वाला दृश्य सामने आया, जब गदियाना मोहल्ले की गलियों में एक मगरमच्छ देखा गया। मोहल्ले में उस समय दहशत फैल गई जब स्थानीय लोगों ने कुत्तों के भौंकने की आवाज़ों के बीच एक विशाल मगरमच्छ को सड़क पर घूमते देखा। पहले तो लोग डर से घरों में बंद हो गए, लेकिन कुछ साहसी युवकों ने हिम्मत दिखाई और खुद ही उसे पकड़ने की जिम्मेदारी उठाई।
घटना की जानकारी मिलते ही मोहल्ले के युवक जितिन यादव और जीवेंद्र वाजपेयी अपने साथियों के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने बिना किसी सरकारी मदद का इंतजार किए, रस्सी और जाल की सहायता से मगरमच्छ को काबू में किया। उसका मुंह बांधने के बाद उसे एक कार में बंद कर दिया गया ताकि वह किसी को नुकसान न पहुंचा सके। कार को मोहल्ला हयातपुरा में खड़ा किया गया और मगरमच्छ को वहीं सुरक्षित रखा गया।
रातभर मगरमच्छ कार में बंद रहा और सुबह होते ही युवकों ने वन विभाग को सूचित किया। लेकिन स्थानीय लोगों का आरोप है कि रात में ही कई बार कॉल करने के बावजूद वन विभाग की टीम नहीं पहुंची। केवल तब हरकत में आई जब सुबह इस घटना से संबंधित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगे। उसके बाद विभाग की टीम मौके पर पहुंची और मगरमच्छ को कार से निकालकर अपने साथ ले गई।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि गदियाना मोहल्ला खेतों और नालों से घिरा हुआ है। वहां का एक बड़ा नाला बरसाती पानी के कारण गर्रा नदी से जुड़ जाता है। अनुमान है कि बरसात के चलते जलस्तर बढ़ने से मगरमच्छ बहकर इस नाले के रास्ते मोहल्ले तक आ गया होगा।
Shahjahanpur शहर की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए पहले भी ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, जब मगरमच्छ बस्तियों में देखे गए। हालांकि, इस बार युवकों की तत्परता और साहस ने एक संभावित हादसे को टाल दिया।
यह घटना न सिर्फ स्थानीय बहादुरी का उदाहरण है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि वन विभाग जैसी संस्थाओं को और अधिक मुस्तैद होने की जरूरत है, ताकि इस तरह के मामलों में समय रहते कार्रवाई की जा सके और जानमाल का नुकसान न हो।