Swami Prasad Maurya News: राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर अपने विवादित बयान से सियासी माहौल गरमा दिया है। कांवड़ यात्रा को लेकर मौर्य ने साफ शब्दों में कहा कि उपद्रव और हिंसा करने वाले लोग कांवड़िए नहीं हो सकते। उन्होंने उन्हें सरकार द्वारा संरक्षित गुंडे और अपराधी बताया। इसके साथ ही मौर्य ने विश्व हिंदू रक्षा परिषद पर तंज कसते हुए कहा कि जिनके मन में पहले से ही गंदगी भरी है, वे दूसरों का शुद्धिकरण कैसे कर सकते हैं?
मौर्य ने अपने पहले दिए गए बयान को दोहराते हुए कहा कि शिवभक्त अगर हिंसा और तोड़फोड़ करें तो वे सच्चे भक्त नहीं हो सकते। उन्होंने कहा कि भोलेनाथ को भोला इसलिए कहा जाता है क्योंकि वे शांत और करुणामय हैं, लेकिन कुछ लोग उनके नाम पर कानून व्यवस्था बिगाड़ते हैं। ऐसे लोग धर्म के नाम पर गुंडागर्दी फैला रहे हैं।
इस बयान के बाद विश्व हिंदू रक्षा परिषद ने मौर्य के लखनऊ स्थित आवास के बाहर जलाभिषेक और शुद्धिकरण का ऐलान कर दिया। इससे पहले कि मामला और बढ़े, प्रशासन ने मौर्य के घर की सुरक्षा बढ़ा दी। पुलिस बल को तैनात किया गया ताकि कोई अप्रिय घटना न हो। वीएचपी के कार्यकर्ताओं ने मौर्य के बयान को हिंदू धर्म पर सीधा हमला बताया और कहा कि यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
Swami Prasad Maurya ने पलटवार करते हुए कहा कि जो लोग कांवड़ यात्रा के नाम पर सड़कें जाम करते हैं, आम लोगों को परेशान करते हैं और पुलिस पर हमला करते हैं, वे धर्म के नाम पर कलंक हैं। उन्होंने कहा कि अगर ऐसे तत्वों को नहीं रोका गया तो इसका जिम्मेदार प्रशासन और सरकार होगी।
इसके साथ ही उन्होंने एक तीखी बात और कही – “जिन लोगों को शुद्धिकरण की जरूरत है, वही दूसरों को शुद्ध करने निकल पड़े हैं। गंगा जी भी इन्हें साफ करते-करते गंदी हो गई होंगी।” मौर्य के इस बयान से एक बार फिर सियासी और धार्मिक हलकों में बहस छिड़ गई है।
इस विवाद ने उत्तर प्रदेश की राजनीति में नया रंग भर दिया है, जहां एक ओर हिंदू संगठनों ने विरोध तेज कर दिया है, वहीं Swami Prasad Maurya अपने तेवरों में किसी तरह की नरमी नहीं दिखा रहे हैं। आने वाले समय में यह मुद्दा और भड़क सकता है।