Sonbhadra controversy: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की पत्नी को लेकर सोशल मीडिया पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी ने उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले को सन्न कर दिया है। चोपन ब्लॉक के मालोघाट प्राथमिक विद्यालय में तैनात सहायक शिक्षिका जेबा अफरोज ने फेसबुक पर जो लिखा, उसने जनता की भावनाओं को झकझोर कर रख दिया।
शिक्षिका ने अपने पोस्ट में लिखा कि आईटी सेल और अंधभक्त शहीद की पत्नी को निशाना बना रहे हैं, क्योंकि वह हिंदू-मुस्लिम एजेंडे के खिलाफ आवाज उठा रही हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि “देश के सच्चे वफादार मुसलमान होते हैं, गद्दार तो हमेशा संघी रहे हैं।” उनके इस बयान से सोशल मीडिया पर उबाल आ गया और लोग शिक्षिका के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करने लगे।
विवाद बढ़ते ही शिक्षा विभाग और प्रशासन ने फौरन कार्रवाई की। बेसिक शिक्षाधिकारी मुकुल आनंद पाण्डेय ने बताया कि शिक्षिका को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है और पूरे मामले की जांच खंड शिक्षा अधिकारी को सौंपी गई है। विभाग का मानना है कि यह आचार संहिता का उल्लंघन है और शिक्षक जैसे जिम्मेदार पद पर बैठे व्यक्ति को ऐसी बयानबाजी से परहेज़ करना चाहिए।
स्थानीय Sonbhadra संगठनों और आम नागरिकों ने भी इस टिप्पणी की कड़ी आलोचना की है। कुछ संगठनों ने तो शिक्षिका पर कानूनी कार्रवाई की भी मांग उठाई है। वहीं सोशल मीडिया पर यह बहस तेज हो गई है कि क्या यह मामला अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता से जुड़ा है या देशविरोधी मानसिकता का परिचायक।
इस Sonbhadra घटना ने सोशल मीडिया की ताकत और जिम्मेदारी को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि ऐसे संवेदनशील मुद्दों पर टिप्पणी करने से पहले नागरिकों को जिम्मेदारी समझनी होगी। अधिकारियों का कहना है कि जांच के बाद यदि शिक्षिका दोषी पाई जाती हैं, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
यह Sonbhadra घटना न केवल शिक्षा जगत बल्कि समाज की चेतना पर भी एक सवालिया निशान छोड़ गई है।