Umar Ansari arrest: गाजीपुर जिले की सियासत में एक बार फिर खलबली मच गई है। पूर्व बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के छोटे बेटे उमर अंसारी को लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया गया है। उन पर आरोप है कि उन्होंने अपनी मां अफशां अंसारी के फर्जी हस्ताक्षर करके अदालत में गलत दस्तावेज पेश किए। यह कार्रवाई गाजीपुर के मोहम्मदाबाद थाने में दर्ज धोखाधड़ी और कूटरचित दस्तावेजों के मामले में की गई है।
पुलिस के अनुसार, उमर अंसारी ने लखनऊ स्थित विधायक निवास दारुलशफा से गिरफ्तारी से पहले कोर्ट में एक याचिका दायर की थी, जिसमें उनकी फरार चल रही मां अफशां अंसारी के फर्जी हस्ताक्षर थे। यह याचिका गैंगस्टर एक्ट की धारा 14(1) के तहत जब्त की गई संपत्ति को छुड़ाने के लिए दायर की गई थी। दस्तावेजों की जांच में स्पष्ट हो गया कि प्रस्तुत किए गए हस्ताक्षर, अफशां द्वारा पूर्व में किए गए दस्तावेजों से मेल नहीं खाते।
इस फर्जीवाड़े में Umar Ansari के साथ उनके वकील लियाकत अली की भूमिका भी संदेह के घेरे में है। दोनों पर अदालत को गुमराह करने, फर्जी दस्तावेज तैयार करने और अनुचित लाभ उठाने की साजिश रचने का आरोप है। गाजीपुर पुलिस ने इस मामले में भारतीय न्याय संहिता (BNS), 2023 की धाराओं 319(2), 318(4), 338, 336(3), और 340(2) के तहत केस दर्ज किया है।
इस बीच, Umar Ansari की मां अफशां अंसारी की तलाश भी तेज कर दी गई है। वह लंबे समय से फरार हैं और उन पर कुल 13 आपराधिक मामले दर्ज हैं। गाजीपुर पुलिस ने उन पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया हुआ है। उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस भी जारी है। अफशां पर आरोप है कि उन्होंने रसूख का इस्तेमाल कर सरकारी जमीनों पर कब्जा किया और फर्जी कागजों से आर्थिक लाभ उठाया।
पुलिस अब Umar Ansari और वकील के नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही है। गिरफ्तार उमर अंसारी को गाजीपुर लाकर पूछताछ की जा रही है और संभावना है कि इस मामले में और भी नाम सामने आ सकते हैं। सोमवार को पुलिस इस प्रकरण में आगे की जानकारी साझा कर सकती है।
यह गिरफ्तारी दर्शाती है कि मुख्तार अंसारी के परिवार के खिलाफ चल रही कानूनी कार्रवाई अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच चुकी है।