UP Greenfield Expressway: गाजीपुर और चंदौली के बीच यातायात को आसान बनाने के लिए एक नया ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे बन रहा है, जिससे न सिर्फ दूरी घटेगी बल्कि क्षेत्रीय विकास को भी नई दिशा मिलेगी। चंदौली-सैयदराजा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे की लंबाई लगभग 42 किलोमीटर होगी और इस पर लगभग 3000 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। यह परियोजना भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) की देखरेख में तेजी से आगे बढ़ रही है।
परियोजना निदेशक प्रशांत मिश्रा के अनुसार, इस एक्सप्रेस-वे के लिए गजट नोटिफिकेशन की प्रक्रिया इस महीने के अंत तक पूरी कर ली जाएगी। इसके बाद भूमि अधिग्रहण का काम शुरू होगा। यह राजमार्ग गाजीपुर जिले के कुल 22 गांवों से होकर गुजरेगा, जिससे उन क्षेत्रों को सीधा लाभ मिलेगा।
जिन गांवों को इस परियोजना से जोड़ने की योजना है, उनमें शेखनपुर, जमालपुर, लालनपुर, अमादपुर, परमेठ, मैनपुर, लखचंदपुर कला, रामनाथपुर, गोशंदेपुर, उपरवार, नौदर, जमुआंव उपरवार, बिरासो, पहाड़पुर गंग बरार, सकरा, कुटिया, कपूरपट्टी और दीनापुर जैसे गांव शामिल हैं। इन गांवों में सड़क संपर्क बेहतर होने से स्वास्थ्य, शिक्षा और व्यापारिक गतिविधियों में भी सुधार की उम्मीद है।
वर्तमान में गाजीपुर से चंदौली की यात्रा सैदपुर या जमानिया होते हुए पूरी करनी पड़ती है, जिसमें समय ज्यादा लगता है। लेकिन इस ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे के शुरू होने के बाद यह दूरी काफी कम हो जाएगी और लोग कम समय में अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे। इसके अलावा, यह एक्सप्रेस-वे वाराणसी-गोरखपुर फोरलेन से भी जुड़ा होगा, जिससे मऊ, आजमगढ़ और गोरखपुर जैसे शहरों की ओर जाने वालों को भी बड़ी राहत मिलेगी।
इस UP हाईवे के बनने से न सिर्फ यात्रियों को सुविधा मिलेगी, बल्कि आस-पास के इलाकों में रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। निर्माण के दौरान स्थानीय लोगों को काम मिलेगा और भविष्य में रोड किनारे छोटे-मोटे व्यापार, ढाबे, पेट्रोल पंप आदि के जरिए आर्थिक गतिविधियां भी बढ़ेंगी।
यह UP परियोजना पूर्वांचल की अधूरी कनेक्टिविटी को पूरा करने की दिशा में बड़ा कदम मानी जा रही है। सरकार और एनएचएआई की योजना है कि इसको जल्द से जल्द शुरू कराकर कुछ वर्षों में पूर्ण कर दिया जाए। अगर सब कुछ योजना के अनुसार चलता रहा तो गाजीपुर और चंदौली के लोग जल्द ही इस आधुनिक एक्सप्रेस-वे पर फर्राटा भरते नजर आएंगे।