UP Voter list training:उत्तर प्रदेश में चुनावी प्रक्रिया को पारदर्शी और व्यवस्थित बनाने के लिए निर्वाचन आयोग लगातार प्रयासरत है। इसी क्रम में बुधवार को राजधानी लखनऊ में 38 जिलों के जिलाधिकारियों को मतदाता सूची में सुधार और सटीकता लाने के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया गया। यह प्रशिक्षण मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने दिया। प्रशिक्षण का उद्देश्य था कि मतदाता सूची में किसी भी प्रकार की त्रुटि न रहे और प्रत्येक मतदाता की जानकारी सही व अद्यतित हो।
इससे पहले दो चरणों में मेरठ और वाराणसी में 37 जिलों के डीएम को प्रशिक्षण दिया जा चुका था। लखनऊ का यह चरण तीसरा और अंतिम था, जिसमें शेष जिलों के अधिकारियों को बुलाया गया था। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने इस दौरान साफ निर्देश दिए कि UP Voter list में प्रत्येक वोटर की फोटो साफ, हालिया और पहचान योग्य होनी चाहिए। यह इसलिए जरूरी है ताकि मतदान केंद्र पर किसी तरह की भ्रम या पहचान संबंधी समस्या उत्पन्न न हो।
UP Voter list प्रशिक्षण में यह भी बताया गया कि नाम, पता और अन्य व्यक्तिगत विवरणों की जांच विशेष सतर्कता के साथ की जाए। किसी मतदाता के पते या नाम में गलती होने से मतदाता को परेशानी हो सकती है और चुनावी प्रक्रिया पर भी असर पड़ता है।
बूथ प्रबंधन को लेकर भी प्रशिक्षण में अहम दिशा-निर्देश दिए गए। कहा गया कि एक मतदान केंद्र पर अधिकतम 1200 वोटरों की सीमा का पालन किया जाए। यदि किसी क्षेत्र में मतदाता संख्या अधिक है, तो वहां अतिरिक्त बूथ बनाकर समस्या का समाधान किया जाए। इससे मतदाताओं को लंबी कतारों और अव्यवस्था से बचाया जा सकेगा।
एक और महत्वपूर्ण बात यह कही गई कि एक ही परिवार के सभी सदस्यों के नाम एक ही पोलिंग बूथ की सूची में दर्ज हों। इससे मतदान के दिन कोई असुविधा नहीं होगी और परिवार के सभी सदस्य एक साथ मतदान कर सकेंगे।
महिला मतदाताओं की भागीदारी बढ़ाने पर भी जोर दिया गया। जिलाधिकारियों को निर्देश दिए गए कि वे पुरुष और महिला मतदाताओं के अनुपात को संतुलित करने के लिए विशेष अभियान चलाएं।
डिजिटल अपडेट प्रक्रिया, शिकायत निवारण व्यवस्था और मतदाता जागरूकता जैसे विषयों पर भी विस्तार से चर्चा की गई। कुल मिलाकर यह प्रशिक्षण चुनावी व्यवस्था को और अधिक निष्पक्ष, पारदर्शी और व्यवस्थित बनाने की दिशा में एक अहम कदम रहा।