UP News : सोशल मीडिया पर इन दिनों एक सवाल तेजी से फैल रहा है कि क्या अखिलेश यादव ने गुस्से में एक पत्रकार की गर्दन पर तलवार रख दी थी?
इस चर्चा की शुरुआत एक टीवी शो से हुई, जहां वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप सिंह ने यह दावा किया कि अखिलेश यादव ने खुद एक कार्यक्रम में स्वीकार किया था कि उन्होंने एक मीडिया समूह के संपादक को बुलाकर तलवार दिखाई थी। यह विवाद तब शुरू हुआ था जब एक अखबार में छपी खबर में मुलायम सिंह की तुलना औरंगजेब से की गई थी, जिसके बाद संपादक को रातभर रोका गया था। वीडियो के वायरल होते ही यह मामला सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया।
इस वीडियो की हो रही चर्चा
वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप सिंह के बयान के बाद अखिलेश यादव पर लगे आरोपों का मामला फिर से चर्चा में आ गया है। कार्यक्रम में शांतनु गुप्ता, जो कि योगी आदित्यनाथ पर भी लिख चुके हैं, ने प्रदीप सिंह के बयान का समर्थन करते हुए एक वीडियो साझा किया और दावा किया कि अखिलेश यादव ने एक पत्रकार को तलवार दिखाकर डराने की कोशिश की थी और उसे जेल भेजने की धमकी दी थी। उन्होंने सुरेंद्र राजपूत पर भी तंज कसते हुए कहा कि वे अखिलेश का बचाव करने में राहुल गांधी से भी आगे बढ़ गए हैं।
यह भी पढ़ें : प्यार की अंधी गली: BJP नेत्री का दिल चुराया सिपाही ने, 2 करोड़ के गहनों संग हुए फरार!
यह पूरा विवाद तब शुरू हुआ जब एक अंग्रेजी अखबार ने अखिलेश यादव की तुलना मुगल बादशाह औरंगजेब से की थी। साल 2024 में यह मामला फिर से उभरने पर समाजवादी पार्टी की IT सेल ने इस पर प्रतिक्रिया दी और प्रदीप सिंह के आरोपों को झूठा करार देते हुए एक वीडियो पोस्ट किया। पार्टी ने इसे भाजपा और आरएसएस द्वारा रचा गया प्रोपेगेंडा बताया और कहा कि जनता इन अफवाहों से गुमराह नहीं होगी और आगामी चुनावों में भाजपा को इसका करारा जवाब मिलेगा।