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Tuesday, October 14, 2025
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    UP में मौसम ने बदली करवट! तेज बारिश और ओले की गिरने की संभावना, यलो अलर्ट जारी

    UP Weather: उत्तर प्रदेश में मौसम का मिजाज अचानक बदला-बदला दिखने लगा है। आंधी, बारिश और ओलावृष्टि से कई जिलों में फसलों और जान-माल को नुकसान पहुंचा है। जिस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने में देरी न की जाए। जिन जिलों में जनहानि या पशुहानि हुई है, वहां तत्काल आर्थिक सहायता दी जाए और घायलों का समुचित उपचार कराया जाए। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा है कि इस समय प्रदेश में सरकारी गेहूं खरीद भी चल रही है, ऐसे में मंडियों और क्रय केंद्रों पर गेहूं का सुरक्षित भंडारण सुनिश्चित किया जाए। फसलों को हुए नुकसान का त्वरित सर्वे कराकर रिपोर्ट शासन को भेजी जाए, ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके। मौसम विभाग ने 20 अप्रैल तक उत्तर प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में येलो अलर्ट जारी किया है।

    ओलावृष्टि और बिजली गिरने की आशंका

    वहीं, कुछ जिलों में ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया गया है, जहां तेज हवाओं के साथ ओलावृष्टि और बिजली गिरने की आशंका है। शुक्रवार को झांसी में तापमान 44 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया, जबकि लखनऊ में 36 डिग्री रहा। पश्चिमी विक्षोभ और उत्तर-पूर्वी हवाओं के असर से अगले 72 घंटे तक मौसम में बदलाव की संभावना है। वातावरण में नमी अधिक होने से आंधी और बारिश की घटनाएं हो रही हैं। पश्चिमी विक्षोभ का असर सहारनपुर से बलिया तक दिख रहा है।

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    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेशवासियों से अपील की है कि घबराने की जरूरत नहीं है। राज्य सरकार हर नागरिक की सुरक्षा और सहायता के लिए पूरी तरह तैयार है। अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि जलभराव की स्थिति में निकासी की तत्काल व्यवस्था करें और सभी आवश्यक सेवाएं सुचारू रूप से जारी रहें।

    मौसम में असामान्य बदलाव से किसानों को ज्यादा नुकसान

    उत्तर प्रदेश में अक्सर मार्च से मई के बीच मौसम में असामान्य बदलाव देखने को मिलते हैं। खासकर पश्चिमी विक्षोभ और स्थानीय हवाओं के कारण गर्मी के बीच बारिश, तेज हवाएं और ओलावृष्टि की घटनाएं होती हैं। इससे सबसे ज्यादा नुकसान किसानों को उठाना पड़ता है। अगर कटाई के समय ओलावृष्टि और बारिश होती है तो खेतों में खड़ी या कटी हुई फसलें बर्बाद हो जाती हैं। सरकार समय-समय पर राहत कार्यों के जरिए पीड़ितों की मदद करती रही है और इस बार भी यही प्रयास किया जा रहा है।

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