Vinay Shankar Tiwari Bail: 754 करोड़ रुपये के बैंक लोन घोटाले में गिरफ्तार सपा नेता Vinay Shankar Tiwari को इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच से जमानत मिल गई है। पूर्व मंत्री स्व. हरिशंकर तिवारी के बेटे और पूर्व विधायक विनय के साथ गिरफ्तार गंगोत्री इंटरप्राइजेज के निदेशक अजीत पांडेय को भी राहत मिली है। दोनों को अप्रैल में ईडी ने गिरफ्तार किया था। यह मामला बैंकों से लिए गए 1129 करोड़ रुपये के लोन में 754 करोड़ की रिकवरी न होने को लेकर है।
ईडी की कार्रवाई के बाद कोर्ट से राहत
समाजवादी पार्टी के नेता Vinay Shankar Tiwari को बैंकों से लिए गए भारी-भरकम लोन मामले में गिरफ्तार किया गया था। आरोप है कि गंगोत्री इंटरप्राइजेज और उसकी सहयोगी कंपनियों ने बैंकों के एक समूह से करीब 1129 करोड़ रुपये का कर्ज लिया, जिसमें से 754 करोड़ रुपये नहीं लौटाए गए। इस घोटाले की जांच प्रवर्तन निदेशालय (ED) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) कर रही थी। ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज करते हुए 7 अप्रैल को विनय शंकर तिवारी को लखनऊ स्थित उनके आवास से गिरफ्तार किया था। इसी केस में उनकी कंपनी के निदेशक अजीत पांडेय को भी महाराजगंज से पकड़ा गया था।
देशभर में की गई छापेमारी
गिरफ्तारी से पहले ईडी ने देश के कई शहरों में कार्रवाई की थी। लखनऊ, नोएडा, गोरखपुर, दिल्ली और मुंबई सहित 11 स्थानों पर एक साथ छापेमारी की गई थी। इस दौरान गंगोत्री इंटरप्राइजेज और उसकी सहयोगी कंपनियों के कार्यालयों से अहम दस्तावेज, कम्प्यूटर और डिजिटल साक्ष्य जब्त किए गए। ईडी ने जांच के दौरान करीब 100 करोड़ रुपये की संपत्तियों को फ्रीज़ भी किया था। साथ ही दो कार्यालयों को सील कर दिया गया था।
सपा की प्रतिक्रिया: ‘सत्यमेव जयते’
जमानत मिलने के बाद समाजवादी पार्टी की ओर से प्रतिक्रिया सामने आई है। सपा नेता आईपी सिंह ने सोशल मीडिया पर ‘सत्यमेव जयते’ लिखते हुए इसे सच्चाई की जीत बताया। बता दें कि गिरफ्तारी के बाद दोनों को अलग-अलग समय पर सीबीआई कोर्ट में पेश किया गया था, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया था। अब हाई कोर्ट के आदेश से उन्हें राहत मिली है।
यह जमानत ऐसे समय में आई है जब उत्तर प्रदेश की राजनीति में विपक्ष लगातार सरकार पर जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगा रहा है। कोर्ट के फैसले को सपा नैतिक जीत के तौर पर देख रही है।