एनएचआई अफसर के गाड़ी चालक के गुनाह की दास्तां
गाजियाबाद। उसने सात साल तक ईमानदारी से नौकरी की। मालिक की बफादारी ऐसी की कि दिन को दिन नहीं समझा और रात को रात नहीं माना। मगर, बेटी के निकाह के लिए कर्ज में ऐसा डूबा कि मालिक के नमक का फर्ज भूलना पड़ा और बन गया चोर।
वाक्या गाजियाबाद के पॉश इलाके इंदिरापुरम का है। यहां रहने वाले नेशनल हाईवे अथार्टी के एक अफसर के घर पर ड्राईवर के रूप में काम करने वाले शख्स को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तारी के बाद जब उसने अपने गुनाह की वजह बताई तो खुद अधिकारी भी सुनकर हैरान हो गए। पकड़े गए शख्स ने पुलिस को बताया कि कुछ वक्त पहले उसने अपनी बेटी की शादी की थी। निकाह में देने वाले दान-दहेज और होने वाले खर्च के लिए उसे कर्ज लेना पड़ा। नौकरी से कर्ज नहीं उतार पा रहा था जबकि कर्जदार लगातार तकादा कर रहे थे। लिहाजा उसे गुनाह का रास्ता अपनाना पड़ा जिसकी वजह से आजड वो कानून के शिकंजे में है।
ये है वारदात का आरोपी
हाथरस जिले के कोतवाली क्षेत्र में गांव रूद्रपुर है। रूद्रपुर का रहने वाला आजाद पुत्र मुन्ने खां नोएडा सेक्टर 110 के भंल इलाके में किराये पर रहता था। वह पिछले करीब सात साल से भागीरथ अपार्टमेंट में रहने वाले परिवार की गाड़ी बतौर ड्राईवर चलाता था।
ये हुई वारदात
आजाद चार अगस्त को इंदिरापुरम इलाके में अपनी मालकिन हिना अहमद को एक ब्यूटी पार्लर पर लेकर पहुंचा। हिना यहां कुछ सामान खरीदने के लिए गाड़ी से उतरीं और दुकान में चली गईं। इसी दौरान आजाद गाड़ी लेकर वहां से फरार हो गया।
गाड़ी में 11 लाख रुपये कैश और सोने के कुछ जेवरात थे। इस मामले में आठ सितंबर को इंदिरापुरम थाने में पीड़ित पक्ष की ओर से हिना अहमद ने एफआईआर दर्ज कराई।
पुलिस ने बरामद किए आठ लाख नगद
एसीपी इंदिरापुरम स्वतंत्रदेव सिंह ने बताया कि इस मामले में पुलिस ने आरोपी की तलाश में कई टीमें लगाईं। उसके हाथरस स्थित आवास के अलावा नोएडा के भंगेल स्थित किराये के मकान पर भी दबिशें दीं।
उसके रिश्तेदारों से भी पूछताछ की। लंबी पड़ताल के बाद आजाद को पुलिस ने गिरफ्तार किया और उसके कब्जे से वारदात में चोरी की गई रकम में से आठ लाख रूपये बरामद कर लिए गए।
मजबूरी ने बनाया नमकहराम
एसीपी स्वतंत्र देव सिंह ने बताया कि पुलिस की पूछताछ में आजाद ने बताया कि कुछ समय पहले उसने अपनी बेटी की शादी की थी। शादी में दान-दहेज और शादी की तैयारियों पर खर्च करने की वजह से वह लाखों का कर्जदार हो गया था।
देनदार लगातार उस पर दवाब बना रहे थे। उसी के चलते वह परेशान था। ड्राईवरी की नौकरी से कर्जा उतारने का कोई रास्ता नहीं दिख रहा था। इसी के चलते उसने लालच में आकर ये वारदात कर डाली।
एनएचआई अफसर हैं पीड़ित परिवार के मुखिया
इस वारदात की शिकार बनी हिना अहमद जहां खुद एक प्रॉपर्टी डीलर हैं। वहीं उनके पति एस.क्यू.अहमद नेशल हाइवे अथॉरिटी में अधिकारी हैं।
वारदात वाले रोज हिना अपने पति को इंदिरा गांधी एयरपोर्ट छोड़कर ही घर लौट रही थीं। उसी दौरान रास्ते में वे पार्लर पर कुछ वक्त के लिए रूकीं और ये घटना हो गई।