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Tuesday, August 26, 2025
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बच्चों से रोजाना कराएं ये ब्रीदिंग एक्सरसाइज, बढ़ेगा कंसंट्रेशन लेवल

Concentration Level: माता-पिता के लिए बच्चे पहली प्राथमिकता होते हैं। उनके पालन-पोषण, शिक्षा और बेहतर भविष्य के लिए माता-पिता बहुत कुछ करते हैं। वे बच्चे की हर जरूरत को पूरा करने का हर संभव प्रयास करते हैं, ताकि उसे किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े। वहीं, माता-पिता अपने बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर सतर्क रहते हैं। गंभीर बीमारियों से बचाव के लिए बचपन में ही टीके लगाए जाते हैं। लेकिन वे बच्चे के स्वभाव को नहीं बदल पाते हैं। कई बच्चे किसी कारण से बहुत चिड़चिड़े हो जाते हैं, उनका पढ़ाई या किसी अन्य चीज़ में मन नहीं लगता।

बच्चे के मानसिक स्वास्थ्य का भी ध्यान रखना बहुत जरूरी है। जिसके लिए आप उन्हें ब्रीथिंग एक्सरसाइज करवा सकते हैं। यह किसी न किसी तरह से उनके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। लगातार साँस लेने के व्यायाम का अभ्यास करने से उनके दिमाग को शांत करने और एकाग्रता के स्तर को बढ़ाने में मदद मिल सकती है। साँस लेने के व्यायाम कई प्रकार के होते हैं। ऐसे में आप अपने बच्चे को रोजाना ब्रीदिंग एक्सरसाइज करने की आदत डाल सकते हैं। इसके लिए आपको भी शुरुआत में उनका साथ देना होगा।

डीप ब्रीदिंग

इस एक्सरसाइज को करने के लिए सबसे पहले किसी कुर्सी या दीवार के सहारे जमीन पर सीधे बैठ जाएं। अब अपनी आंखें बंद करें और लगभग एक मिनट तक नाक से सामान्य रूप से सांस लें और मुंह से सांस छोड़ें। इस दौरान अपना सारा ध्यान अपनी सांसों पर रखें। इस एक्सरसाइज को रोजाना 5 से 10 मिनट तक करने का अभ्यास करें। शुरुआत में ध्यान केंद्रित करने में समय लगेगा। कभी-कभी आपका ध्यान दूसरी चीजों से भटक सकता है। लेकिन रोजाना कुछ मिनट अभ्यास करने के बाद आपको यह काफी आसान लगने लगेगा। यह शरीर में ऑक्सीजन बढ़ाने और दिल को स्वस्थ रखने में मददगार साबित हो सकता है। यह ज़्यादा सोचने और तनाव से बचने और एकाग्रता बढ़ाने में भी मदद कर सकता है।

बबल ब्रीदिंग

बच्चों को खेलते समय बुलबुले बनाना बहुत पसंद होता है। ऐसे में बबल ब्रीदिंग तकनीक उनके लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकती है। इसके लिए आप बबल स्टिक का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसमें बच्चे को नाक से गहरी सांस लेनी होती है और फिर बुलबुले बनाकर धीरे-धीरे सांस छोड़ने का अभ्यास करना होता है। यह एक्सरसाइज उनके गुस्से को कम करने और उनके मानसिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है।

कपालभाति प्राणायाम

कपालभाति प्राणायाम का अभ्यास आपके संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है, शरीर में रक्त परिसंचरण में सुधार करता है और फेफड़ों को स्वस्थ रखने में मदद करता है। इससे शरीर में फुर्ती भी आती है। इस प्राणायाम का अभ्यास करने के लिए आपको बस सिद्धासन, पद्मासन या वज्रासन में बैठना होगा और सांस छोड़नी होगी। सांस छोड़ते या फेंकते समय पेट को अंदर की ओर करें। ऐसे में यह एकाग्रता बढ़ाने के साथ-साथ उनकी सेहत के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। 10 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों को योग कराया जा सकता है। लेकिन ध्यान रखें कि ऐसा करते समय बच्चा सही तरीका अपनाए।

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