मटके में रखा पानी न केवल ठंडा होता है बल्कि पीने में भी अच्छा लगता है, क्योंकि मिट्टी की सोंधी खुशबू भी ठंडक का अहसास कराती है। भले ही आज ज्यादातर लोगों के घरों में फ्रिज है, लेकिन मटके के पानी की बात ही अलग है। इसमें रखा पानी पीने से भी स्वास्थ्य लाभ मिलता है और यही कारण है कि आज भी कई घरों में लोग बर्तनों में पानी भरकर रखते हैं। हालांकि, इसे साफ करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
बर्तन में लंबे समय तक पानी भरा रहने के कारण अक्सर उसमें शैवाल जमा हो जाते हैं, इसलिए इसे नियमित रूप से साफ करना जरूरी है। तो आइए जानते हैं कि बर्तन या घड़ा को किन चीजों से साफ करना चाहिए और सही तरीका क्या है।
मटके में रखा पानी पीने के फायदे
मटके में रखा ठंडा पानी न सिर्फ ठंडक देता है, बल्कि इसमें भरपूर मात्रा में मिनरल्स भी होते हैं। मटका के क्षारीय गुण शरीर के पीएच स्तर को बनाए रखने में मदद करते हैं और एसिड रिफ्लक्स जैसी समस्याओं से राहत दिलाते हैं।
नये मटके में पानी भरते समय इन बातों का रखें ध्यान
अगर आप पहली बार किसी नए बर्तन में पानी भरने जा रहे हैं तो उसे कम से कम 12 घंटे तक पानी में भिगोकर रखें और फिर नमक डालकर स्क्रबर से अच्छी तरह साफ कर लें। फिर इसे सादे पानी से धो लें और पानी भरकर रख दें।
ऐसे साफ करें मटका
मटके को साफ करने के लिए एक चम्मच बेकिंग सोडा, 1 चम्मच सफेद सिरका और एक चम्मच नमक को थोड़े से पानी में मिलाकर घोल बना लें। – अब तैयार घोल को मटके में डालकर अच्छे से घुमाएं और फिर स्क्रबर से साफ कर लें।
मटका कितने दिन बाद बदल देने चाहिए?
अगर आप किसी मटके में पानी रखते हैं तो उसे रोजाना साफ करें। मटके को करीब 8 से 9 महीने तक आराम से इस्तेमाल किया जा सकता है, लेकिन जब लगे कि पानी कम ठंडा हो रहा है तो मटके को बदल देना चाहिए।