Trekking Care: मानसून के मौसम में ट्रैकिंग का अपना ही मजा है। पहाड़ों और घाटियों में ट्रैकिंग करना रोमांच से भरपूर हो सकता है। वैसे भी नदियों, झरनों और पहाड़ों को पार करते हुए लंबे रास्तों पर चलने का अनुभव रोमांचकारी हो सकता है। भारत में ऐसी कई जगहें हैं, जहां आप ट्रैकिंग का मजा ले सकते हैं।
लेकिन अगर आप पहली बार ट्रैकिंग करने जा रहे हैं, तो कुछ तैयारियां जरूरी होंगी। पहले से की गई तैयारियां मुश्किल और पथरीले रास्तों में आपके बहुत काम आएंगी। ट्रैकिंग जितनी रोमांचक और मजेदार है, उतनी ही खतरनाक भी। आइए जानते हैं उन तैयारियों के बारे में, जो आपको पहली बार ट्रैकिंग करते समय जरूर जान लेनी चाहिए।
मेडिकल टेस्ट करवाएं
अगर आपने ट्रैकिंग पर जाने का प्लान बनाया है, तो सबसे पहले अपना मेडिकल टेस्ट करवा लें। कई बार शरीर के अंदर ऐसी समस्याएं होती हैं, जिनका पता नहीं चल पाता। लेकिन पहाड़ों में ट्रैकिंग के दौरान इनका सामना करना पड़ता है। ऐसे में आपको हेल्थ एक्सपर्ट की सलाह पर बेसिक हेल्थ चेकअप जरूर करवाना चाहिए।
जूते आरामदायक होने चाहिए
ट्रैकिंग के लिए सबसे जरूरी चीज है आरामदायक जूते। पहाड़ों पर आप स्पोर्ट्स शूज या स्नीकर्स पहनकर नहीं चल सकते हैं। पहाड़ों के रास्ते में नुकीले पत्थर हैं। ऐसे जूते पहनें जिनकी पकड़ अच्छी हो। इससे आपके पैर फिसलने से बचेंगे। इसके साथ ही आपके मोज़े भी अच्छी क्वालिटी के होने चाहिए।
फर्स्ट एड किट
जब आप ट्रैकिंग के लिए जा रहे हों, तो अपने बैग में फर्स्ट एड किट रखें। इस किट में खांसी, उल्टी और बुखार-जुकाम जैसी दवाइयां होनी चाहिए। इसके अलावा क्रेप बैंडेज और दर्द निवारक स्प्रे भी रखें। पहाड़ों में ट्रैकिंग के दौरान छोटी-मोटी चोट लगना या तबीयत खराब होना आम बात है।
खाने-पीने की चीजें
ट्रैकिंग में वो रास्ते शामिल हैं जहां मीलों तक खाने-पीने की चीजें नहीं मिलती हैं। इसलिए खाने-पीने की चीजें अपने साथ रखें। अपने बैग में ड्राई स्नैक्स, बीज, चिक्की और ड्रिंक्स रखें। भूख लगने पर आप इन्हें खा सकते हैं।