spot_img
Wednesday, October 15, 2025
More
    -विज्ञापन-

    More From Author

    Kid’s Mental Health: एग्जाम के कारण बढ़ गया है बच्चों का तनाव? ऐसे रखें मेंटल हेल्थ का ख्याल

    Kid’s Mental Health: परीक्षाओं का मौसम आ गया है। लेकिन एक नई बात जिसके कारण माता-पिता अपने बच्चों की शिक्षा को लेकर अधिक चिंतित रहने लगे हैं, वह है बच्चों में लगातार बढ़ता तनाव। एक समय था जब बच्चे नहीं जानते थे कि स्ट्रैस कौन सा पक्षी है। लेकिन अब तस्वीर बदल गई है। कम उम्र से ही बच्चों के दिल और दिमाग में तनाव घर करने लगा है। इसके कई कारण हो सकते हैं। इनमें अध्ययन का दबाव, हार्मोनल परिवर्तन, माता-पिता की अपेक्षाएं, साथियों का व्यवहार शामिल हो सकते हैं। लेकिन परीक्षा के दिनों में यह दबाव और भी बढ़ जाता है और बच्चों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में हम आपको बता रहे हैं वो आसान उपाय जिनसे माता-पिता अपने बच्चों को तनाव से बचा सकते हैं।

    बच्चों के मेंटल हेल्थ का ऐसे रखें ध्यान

    1. इमोशनल सपोर्ट

    किसी भी बच्चे के लिए उसके माता-पिता का इमोशनल सपोर्ट बहुत महत्वपूर्ण होता है। खासकर जब परीक्षा जैसी चुनौती हो तो माता-पिता के सहयोग की जरूरत और भी बढ़ जाती है। ऐसे में अगर आप अपने बच्चे को भावनात्मक रूप से मजबूत करेंगे तो यकीन मानिए वह जीवन में किसी भी समस्या से नहीं डरेगा। लेकिन इसके लिए आपको अपने बच्चे में यह विश्वास जगाना होगा कि आप उसे बिना जज किए उसकी चिंताओं, डर और इनसिक्योरिटी को समझेंगे और उसकी भावनाओं का सम्मान करेंगे।

    2. इफेक्टिव कम्युनिकेशन

    बच्चों के साथ माता-पिता का निरंतर जुड़ाव उन्हें तनाव प्रबंधन के लिए तैयार करता है। क्रिएटिव कम्युनिकेशन और एक्टिवली लिस्निंग की मदद से, माता-पिता अपने बच्चों को किसी भी चुनौती के साथ आने वाले तनाव का प्रबंधन करने के लिए तैयार कर सकते हैं। माइंडफुलनेस प्रेक्टिस, रिलेक्सेशन टेक्नीक्स और टाइम मैनेजमेंट कौशल को बढ़ावा देकर, बच्चों को परीक्षा की तैयारी के प्रति बैलेंस्ड नजरिया अपनाने के लिए तैयार किया जा सकता है। इससे वे लंबे समय तक दिमाग पर पड़ने वाले प्रतिकूल प्रभाव से बचे रहेंगे।

    3. प्रेक्टिकल असिस्टेंस

    कई बच्चे अपने लिए टाइम मैनेजमेंट, स्टडी मैटेरियल और रिविजन स्ट्रेटेजी तैयार करने में असफल हो जाते हैं और तनावग्रस्त हो जाते हैं। ऐसी स्थिति में उन्हें अपने माता-पिता से व्यावहारिक सहायता की आवश्यकता होती है। माता-पिता अपने अनुभव और एक्सपर्टीज का फायदा उठाकर इस मोर्चे पर अपने बच्चों की मदद कर सकते हैं।

    4. खुद उदाहरण बनें

    संतुलित जीवनशैली अपनाकर, माता-पिता अपने बच्चों को आत्म-देखभाल और तनाव प्रबंधन का महत्व सिखाकर एक मजबूत नींव दे सकते हैं।

    Latest Posts

    -विज्ञापन-

    Latest Posts