Princy Prajapati Praise Akhilesh Yadav: लखनऊ की रहने वाली होनहार छात्रा प्रिंसी प्रजापति का सपना था कि वह यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, बर्कले से मास्टर्स की पढ़ाई करे। दाखिला तो मिल गया, लेकिन अमेरिका जाकर पढ़ाई करने के लिए जो खर्च था, वह उनके परिवार के लिए बहुत बड़ा था। ट्यूशन फीस, रहने का खर्च और अन्य खर्चों को मिलाकर कुल राशि करीब 1 करोड़ रुपये थी। इस सपने को पूरा करने के लिए प्रिंसी ने कई जगहों पर मदद की अपील की। यहां तक कि उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार से भी सहायता की उम्मीद की, लेकिन कोई ठोस मदद नहीं मिली।
Heartfelt thanks to Shri @yadavakhilesh ji. My journey to study abroad at a world class university would not have been possible without your constant support and blessings. Your emphasis for girls' education is truly unparalleled. Gratefully/ Princy pic.twitter.com/qinhd3Nrmd
— Princy Prajapati (@Princy06778992) July 9, 2025
जब हर दरवाजा बंद होता नजर आया, तब उन्होंने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से संपर्क किया। बिना कोई देरी किए, अखिलेश यादव ने न सिर्फ Princy Prajapati की पूरी ट्यूशन फीस भरी, बल्कि अमेरिका में रहने और अन्य आवश्यक खर्चों की जिम्मेदारी भी उठाई। इस मानवीय पहल के बाद अब Princy Prajapati बर्कले यूनिवर्सिटी से मास्टर्स की पढ़ाई पूरी कर चुकी हैं और सोशल मीडिया पर एक वीडियो के ज़रिए उन्होंने अखिलेश यादव का दिल से आभार जताया है।
वीडियो में Princy Prajapati बताती हैं कि उनके साथ कई देशों के विद्यार्थी पढ़ते थे और उन्होंने दीक्षांत समारोह में अपनी क्लास का नेतृत्व किया। एक भारतीय छात्रा के रूप में उन्हें इस उपलब्धि पर गर्व है। उन्होंने वादा किया है कि अब वे अपने ज्ञान और मेहनत के बल पर भारत का नाम वैश्विक स्तर पर रोशन करेंगी।
Princy Prajapati ने यह भी कहा कि वे अकेली नहीं हैं जिन्हें अखिलेश यादव ने मदद दी है। उन्होंने बताया कि अखिलेश यादव कई छात्रों और जरूरतमंदों की मदद कर चुके हैं, जो बिना किसी प्रचार-प्रसार के की गई है। यह दर्शाता है कि शिक्षा को लेकर अखिलेश यादव की सोच कितनी संवेदनशील और प्रगतिशील है।
प्रिंसी प्रजापति की यह कहानी केवल एक छात्रा के संघर्ष और सफलता की कहानी नहीं है, बल्कि यह इस बात की मिसाल है कि अगर किसी प्रतिभाशाली युवा को सही समय पर सही मदद मिल जाए, तो वह दुनिया में किसी भी ऊंचाई तक पहुंच सकता है। यह कहानी उन हजारों छात्रों को उम्मीद देती है, जो प्रतिभाशाली तो हैं, पर आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं।
अखिलेश यादव का यह कदम राजनीति से हटकर एक सामाजिक संदेश है—जहां सपनों को पंख देने वाले हाथ राजनीति से भी ऊपर उठ सकते हैं।