Abhishek Gupta murder case:अलीगढ़ के अभिषेक गुप्ता हत्याकांड में निरंजनी अखाड़ा की महामंडलेश्वर और अखिल भारतीय हिंदू महासभा की महासचिव साध्वी पूजा शकुन पांडेय उर्फ साध्वी अन्नपूर्णा भारती का नाम सामने आने से प्रदेशभर में हलचल है। 2019 में महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर उनके फोटो पर गोली चलाकर विवादों में आईं पूजा पांडे अब हत्या की साजिश के आरोप में फरार हैं। पुलिस ने उनके पति अशोक पांडेय और एक शूटर को गिरफ्तार किया है।
गांधी फोटो पर गोली और ‘लेडी गोडसे’ की पहचान
पूजा पांडे साल 2017 में संन्यास लेकर साध्वी बनीं और बाद में महामंडलेश्वर का दर्जा पाया। 2019 में गांधी के चित्र पर गोली चलाकर वह पहली बार राष्ट्रीय सुर्खियों में आईं। कुछ समय जेल में रहने के बाद उन्हें जमानत मिली और हिंदू संगठनों में उन्हें ‘लेडी गोडसे’ कहा जाने लगा।
हत्या की योजना और रैकी
पुलिस जांच के मुताबिक 26 सितंबर की रात 25 वर्षीय टीवीएस शोरूम मालिक Abhishek Gupta की हत्या के लिए तीन लाख रुपये की सुपारी दी गई थी। शूटरों ने दो बार रैकी की थी। गिरफ्तार शूटर फजल ने बयान दिया कि पूजा ने खुद अभिषेक का फोटो दिखाकर उसकी हत्या कराने को कहा था। एक लाख रुपये एडवांस भी दिए गए थे।
रिश्तों से बिगड़े हालात
परिवार का कहना है कि Abhishek Gupta का पूजा के साथ घनिष्ठ संबंध था। पिता नीरज गुप्ता का आरोप है कि पूजा ने बेटे को अपने मोहजाल में फंसा लिया और बाद में पैसे ऐंठने लगी। कई बार विवाद हुए और जब अभिषेक ने दूरी बनाई तो हालात बिगड़ गए। छोटे भाई आशीष ने एफआईआर दर्ज कराई, जिसमें पूजा और अशोक पर हत्या की साजिश का आरोप लगाया।
शादी और पार्टनरशिप का दबाव
परिवार के मुताबिक, हाल ही में Abhishek Gupta के भाई की शादी में पूजा ने पिंक रंग की मैचिंग ड्रेस पहनकर उसके साथ डांस किया। इसके बाद वह लगातार अभिषेक पर उसके साथ रहने और शोरूम में पार्टनरशिप के लिए दबाव डाल रही थी। अभिषेक के इंकार के बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई थी।
पुलिस की तलाश
फिलहाल अशोक पांडे और शूटर जेल में हैं, जबकि साध्वी पूजा फरार हैं। पुलिस की टीमें राजस्थान और पूर्वांचल सहित कई इलाकों में छापेमारी कर रही हैं। आशंका है कि पूजा किसी मठ में छिपी हैं। अधिकारियों का कहना है कि उनके गिरफ्तार होने के बाद ही असली वजह और रहस्य सामने आएंगे।