Meerut Crime: उत्तर प्रदेश के Meerut में दहेज लोभियों के एक शर्मनाक कृत्य ने शादी के माहौल को मातम में बदल दिया। 20 लाख रुपये की नकद मांग पूरी न होने पर, दूल्हा बना एक सिपाही तयशुदा दिन पर बारात लेकर ही नहीं पहुंचा। दिल्ली-दून हाइवे पर एक फार्म हाउस में, दुल्हन पक्ष सारी तैयारियों के साथ दूल्हे और उसके परिवार का घंटों इंतजार करता रहा, लेकिन बारात नहीं आई। इस घटना से शादी समारोह में आए मेहमान और दुल्हन पक्ष सदमे में आ गए।
शादी समारोह में मचा हड़कंप
महेश शर्मा ने बताया कि उनकी बेटी की शादी कासगंज में तैनात उत्तर प्रदेश पुलिस के सिपाही अभिषेक (निवासी अछरौंडा, परतापुर) से तय हुई थी। 2 नवंबर रविवार को बारात आनी थी, जिसके लिए फार्म हाउस में सभी तैयारियां पूरी कर ली गई थीं। रिश्तेदार और परिचित दुल्हन को आशीर्वाद देने के बाद लौटने लगे, लेकिन बारात का कोई अता-पता नहीं था।
जब दुल्हन पक्ष ने दूल्हे के पिता से संपर्क किया, तो उन्होंने बारात लाने से साफ इनकार कर दिया। वहीं, दूल्हे अभिषेक ने फोन पर सीधे तौर पर 20 लाख रुपये नकद की मांग की। उसका तर्क था कि यह राशि उसकी नौकरी लगवाने में खर्च हुई है। यह सुनकर दुल्हन पक्ष का रो-रोकर बुरा हाल हो गया।
पुलिस कर रही कार्रवाई, पूर्व विधायक ने दिया आश्वासन
बारात न आने की खबर फैलते ही शादी में आए लोग उदास मन से खाने की प्लेटें छोड़कर वापस लौट गए। इस बीच, भाजपा के पूर्व विधायक ठाकुर संगीत सोम भी फार्म हाउस पहुंचे और उन्होंने दूल्हा पक्ष के इस कृत्य पर गहरा अफसोस जताया। पूर्व विधायक ने पुलिस अधिकारियों से बात की और दुल्हन पक्ष को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।
Meerut एसपी सिटी ने बताया कि मामले में कानूनी कार्रवाई के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। यह घटना दहेज लोभियों के खिलाफ एक मजबूत संदेश देती है और न्याय की उम्मीद जगाती है कि ऐसे मामलों में पीड़ितों को इंसाफ मिल सके।

