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Sunday, July 27, 2025
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UP में भीषण गर्मी के बीच डॉक्टरों-पैरामेडिकल स्टाफ की छुट्टियों पर रोक, अस्पतालों को अलर्ट मोड में रखा गया

UP health alert: उत्तर प्रदेश में भीषण गर्मी और आने वाले त्योहारों को ध्यान में रखते हुए सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को पूरी तरह से अलर्ट मोड में रखा है। इस दिशा में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के निर्देश पर चिकित्सा शिक्षा एवं स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा ने सभी मेडिकल संस्थानों को पत्र जारी किया है, जिसमें डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की छुट्टियों पर पूरी तरह रोक लगाने का आदेश दिया गया है। अब केवल बेहद आवश्यक कारणों से ही किसी कर्मचारी को अवकाश दिया जाएगा ताकि अस्पतालों में इलाज की प्रक्रिया निरंतर और सुचारू रूप से चलती रहे।

डिप्टी सीएम UP ने विशेष रूप से दवाओं की उपलब्धता, मरीजों की भर्ती और इमरजेंसी सेवाओं को मजबूत बनाने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए डॉक्टरों और पैरामेडिकल कर्मचारियों की विशेष टीमें बनाई जाएंगी ताकि किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। अस्पतालों में 102, 108 और एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस सेवाओं को लगातार सक्रिय रखने का भी निर्देश दिया गया है ताकि मरीजों को कम से कम समय में नजदीकी सरकारी अस्पतालों तक पहुंचाया जा सके।

गर्मी से संबंधित बीमारियों जैसे हीट स्ट्रोक, डिहाइड्रेशन, सांप के काटने और रैबीज जैसी बीमारियों के इलाज के लिए आवश्यक दवाइयों का पर्याप्त स्टॉक रखने का भी खास ध्यान रखा जाएगा। इसके अलावा, एंटी स्नैक वेनम और एंटी रैबीज वैक्सीन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के साथ पैथोलॉजी और रेडियोलॉजी जैसे जांच उपकरणों को 24 घंटे सक्रिय रखा जाएगा ताकि समय पर इलाज हो सके।

UPvसरकार ने अस्पतालों में बिजली और पीने के पानी की सप्लाई निरंतर बनी रहे, इसके लिए भी कड़े निर्देश दिए हैं। मरीजों और तीमारदारों की सुविधा के लिए ठंडा पानी, कूलर, एयर कंडीशन और छायादार जगहों का प्रबंध करने को कहा गया है। इसके साथ ही अस्पतालों में गुणवत्तापूर्ण भोजन और साफ-सफाई की भी खास व्यवस्था की जाएगी ताकि गर्मी के मौसम में इलाज के दौरान किसी प्रकार की असुविधा न हो।

मुख्य सचिव UP मनोज कुमार सिंह ने बाल चिकित्सा एवं स्नातकोत्तर शैक्षणिक संस्थान, नोएडा की 12वीं निकाय की बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में पैथोलॉजी विभाग में पीजी जूनियर रेजिडेंट के 7 पदों के सृजन को मंजूरी दी गई। साथ ही पीडियाट्रिक डेंटिस्ट्री डिपार्टमेंट का नाम बदलकर डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया के अनुरूप “पीडियाट्रिक एंड प्रीवेंटिव डेंटिस्ट्री” करने का प्रस्ताव स्वीकृत किया गया। इसके अलावा, संस्थान के निदेशक प्रो. अरुण कुमार सिंह ने वित्तीय विवरण और अन्य प्रस्ताव बैठक में प्रस्तुत किए।

सरकार ने सभी विभागों को एक साथ मिलकर काम करने और जनता से सहयोग लेने की भी अपील की है। संक्रामक रोगों के नियंत्रण के लिए प्रतिरक्षण, सर्विलांस और जागरूकता अभियानों को तीव्र करने का निर्देश दिया गया है। इसके साथ ही चिकित्सा भवनों की संरचनात्मक सुरक्षा, अग्नि सुरक्षा और विद्युत सुरक्षा का भी विशेष ध्यान रखा जाएगा।

UP सरकार की यह तैयारी सुनिश्चित करती है कि भीषण गर्मी और त्योहारों के बीच स्वास्थ्य सेवाएं बाधित न हों और आम जनता को बिना किसी परेशानी के बेहतर इलाज मिल सके।

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