SBI Fixed Deposit Scheme : किसी भी तरह की स्कीम में निवेश करने से बुढ़ापे में पैसों की परेशानी नहीं होती है। लेकिन आज भी ज्यादातर लोग जोखिम के कारण निवेश करने से डरते हैं। खासकर रिटायरमेंट के बाद कोई भी आम व्यक्ति निवेश का जोखिम नहीं लेना चाहता और ऐसा होना लाज़मी है। लेकिन ऐसा नहीं है कि आप पैसे नहीं बचा सकते। आज भी ऐसी कई स्कीमें हैं जिनमें जोखिम नहीं है।
केंद्र सरकार समेत कई बैंक देश के वरिष्ठ नागरिकों के लिए अच्छा और सुरक्षित रिटर्न देते हैं। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) भी वरिष्ठ नागरिकों के लिए ऐसी ही एक स्कीम (Fixed Deposit Interest) लेकर आया है। जिसकी मदद से आप अच्छी खासी रकम जमा कर सकते हैं।
अगर आप हाल ही में रिटायर हुए हैं और आपके पास अच्छी खासी रकम है तो भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की वरिष्ठ नागरिक सावधि जमा योजना आपके लिए ही है। लंबी अवधि के लिए एसबीआई की सीनियर सिटीजन एफडी स्कीम में निवेश करना एक अच्छा ऑप्शन है।
वरिष्ठ नागरिकों को कितना फायदा?
एसबीआई की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, वरिष्ठ नागरिक 7 दिन से लेकर 10 साल तक की मैच्योरिटी के लिए एसबीआई की एफडी योजना में जमा कर सकते हैं। आम तौर पर वरिष्ठ नागरिकों को नियमित ग्राहकों की तुलना में फिक्स्ड डिपॉजिट पर आधा फीसदी (0.50%) ज्यादा ब्याज मिलता है। वहीं वरिष्ठ नागरिकों को 5 साल से 10 साल की एफडी पर 1% ज्यादा ब्याज मिलता है।
वहीं सामान्य ग्राहकों को 5 साल से 10 साल तक की एफडी पर 6.5 फीसदी की दर के हिसाब से सालाना ब्याज मिल रहा है। जबकि बैंक वरिष्ठ नागरिकों को 7.5 फीसदी के हिसाब से सालाना इंटरेस्ट दे रहा है। दरअसल बैंक द्वारा वरिष्ठ नागरिकों को 5 से 10 साल की एफडी पर एसबीआई वी-केयर डिपॉजिट स्कीम के तहत ज्यादा ब्याज मिलता है।
₹10 लाख के निवेश पर मिलेगा ₹11 लाख से ज्यादा ब्याज
उदाहरण के तौर पर एक वरिष्ठ नागरिक एसबीआई की 10 साल की एक मैच्योरिटी योजना में 10 लाख की एकमुश्त राशि जमा करता है। एसबीआई एफडी कैलकुलेटर के मुताबिक, निवेशक को 7.5 फीसदी सालाना ब्याज दर पर मैच्योरिटी पर कुल 21,02,349 रुपये मिलेंगे। जिसमें से ब्याज से 11,02,349 रुपये की निश्चित आय होगी।
आपको बता दें कि स्टेट बैंक ने 27 दिसंबर 2023 से 2 करोड़ रुपये से कम की जमा पर ब्याज दरें 0.25 फीसदी बढ़ा दी हैं। बैंकों द्वारा लोन महंगा करने के साथ-साथ जमा पर ब्याज दरें भी बढ़ाई जा रही हैं।
FD पर टैक्स छूट के लिए भरें यह फॉर्म
बैंकों द्वारा दी जा रही फिक्स्ड डिपॉजिट या टर्म डिपॉजिट स्कीम सुरक्षित मानी जाती है। जोखिम न लेने वाले निवेशकों के लिए यह एक बेहतर ऑप्शन है। 5 साल की टैक्स सेविंग FD पर सेक्शन 80C के तहत टैक्स छूट मिलती है। हालांकि, एफडी पर मिलने वाले ब्याज पर टैक्स लगता है।
इनकम टैक्स नियमों (आईटी नियमों) के मुताबिक एफडी योजना पर स्रोत पर कर कटौती (TDS) लागू होती है। यानी एफडी की मैच्योरिटी पर मिलने वाली रकम आपकी आय मानी जाएगी और आपको स्लैब रेट के हिसाब से टैक्स देना होगा। हालांकि कर कटौती से छूट के लिए जमाकर्ता फॉर्म 15G/15H जमा कर सकता है।