Kanpur News:कानपुर में साइबर अपराध और ऑनलाइन गेमिंग के जरिए करोड़ों की ठगी का एक बड़ा खुलासा हुआ है। साइबर सेल और काकादेव पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में एक ऐसे गिरोह को बेनकाब किया गया है। जो ऑनलाइन गेम और धोखाधड़ी के जरिए लोगों के बैंक खातों से पैसे निकालकर उसे विदेशी आकाओं तक पहुंचाता था।
पुलिस ने इस गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। जिनके पास से 40 लाख रुपये नकद, सिम कार्ड और बैंक पासबुक बरामद हुए हैं।
जानें पूरा मामला
यह मामला सिर्फ ठगी तक सीमित नहीं बल्कि किराए पर बैंक खाते लेकर, ओटीपी और मोबाइल एक्सेस के जरिए योजनाबद्ध तरीके से बड़े स्तर पर ठगी को अंजाम देने की एक साजिश को उजागर करता है। गिरोह का मास्टरमाइंड विदेश में बैठकर पूरे नेटवर्क का संचालन करता था। जबकि स्थानीय स्तर पर ठगी का खेल इन तीनों के अलग-अलग जिम्मेदारियों के जरिए चलाया जा रहा था।
पूरे गेम का मास्टरमाइंड विदेश से करता है संचालन
पुलिस के अनुसार गिरोह का मास्टर माइंड इंजीनियर वहीं अन्य दोनों बीए और इंटर किए हैं। विदेश में बैठे आका के निर्देश पर यह लोग ठगी को अंजाम देकर विदेश रुपये भेजते थे। इसके लिए यह लोग एप्लीकेशन फाइल का प्रयोग करते थे। एडीसीपी दक्षिण महेश कुमार ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि काकादेव पुलिस ने गेमिंग एप से ठगी करने वाले तीन साइबर ठगों को बुधवार गिरफ्तार किया है। पकड़े गए लोगों में जतिन गलानी उर्फ जीतू गोविंद नगर के रतनलाल नगर का रहने वाला है। यह गिरोह का मास्टरमाइंड है। वर्ष 2008 में इसने शहर के एक नामी इंजीनियरिंग कॉलेज से बीटेक पास किया था।
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कैसे चला ठगी का खेल?
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में एक Engineer, एक BA pass, और एक intermediate पास शामिल हैं। जिन्होंने अपने हुनर का इस्तेमाल गलत दिशा में किया। इनका लक्ष्य कम समय में ज्यादा पैसे कमाना था। जिसके लिए ये लोग मासूम लोगों को निशाना बनाते और उनके खातों का इस्तेमाल ठगी के पैसे के लेनदेन में करते थे।
20 दिन के ऑपरेशन में गिरोह धर दबोचा गया
लगभग 20 दिन की निगरानी और सूचनाओं के आधार पर पुलिस ने एक अभियान चलाया और आखिरकार इन शातिर ठगों को गिरफ्तार कर लिया।
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