UP Engineering Colleges: उत्तर प्रदेश सरकार तकनीकी शिक्षा को सभी जिलों तक पहुँचाने की योजना बना रही है। प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल ने विधानसभा में “विकसित भारत, विकसित उत्तर प्रदेश 2047” के अंतर्गत शिक्षा विभाग का विजन पेश किया। उन्होंने बताया कि प्रदेश के हर जिले में इंजीनियरिंग कॉलेज खोले जाएंगे, ताकि छात्रों को गुणवत्तापूर्ण तकनीकी शिक्षा मिल सके। फीस का बोझ कम करने के लिए सीट के आधार पर फीस तय की जाएगी। इसके साथ ही छात्रों को एआई आधारित शिक्षा, नवीनतम तकनीकी प्रशिक्षण और वैश्विक मानकों के अनुसार पाठ्यक्रम उपलब्ध कराए जाएंगे।
मंत्री ने यह भी बताया कि डिप्लोमा पाठ्यक्रमों को उद्योग की मांग के अनुरूप तैयार किया जा रहा है, जिससे छात्रों को पढ़ाई पूरी होने के बाद तुरंत नौकरी मिल सके। डिप्लोमा छात्रों के लिए उद्योग भ्रमण का कार्यक्रम भी बनाया जा रहा है, ताकि वे वास्तविक कामकाजी माहौल को समझ सकें। प्रदेश के 45 तकनीकी संस्थानों को सेंटर फार एक्सीलेंस के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके लिए टाटा टेक्नालोजी के साथ बातचीत चल रही है।
तकनीकी संस्थानों के लिए एक स्टेट रैंकिंग फ्रेमवर्क भी तैयार किया जा रहा है, जिससे संस्थानों की गुणवत्ता और प्रदर्शन का सही आकलन किया जा सके। मंत्री आशीष पटेल ने कहा कि यह कदम प्रदेश के छात्रों को आधुनिक और रोजगारोन्मुखी शिक्षा देने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होगा।
UP सरकार किशोरियों के सशक्तिकरण पर भी ध्यान दे रही है। महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार मंत्री बेबी रानी मौर्य ने बताया कि 16 से 18 साल की लड़कियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए विशेष कार्यक्रम लागू किए जाएंगे। प्रदेश में बाल विवाह को पूरी तरह समाप्त किया जाएगा और छह साल तक के बच्चों को पोषणयुक्त आहार प्रदान कर कुपोषण से मुक्त किया जाएगा।
साथ ही, पंचायत, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने बताया कि राज्य सरकार हर गांव में पक्की सड़कें बनाने और कचरा प्रबंधन को सुनिश्चित करने के साथ-साथ निवेश और स्टार्टअप के लिए अनुकूल माहौल तैयार कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार सभी समुदायों और अल्पसंख्यकों के विकास पर ध्यान दे रही है, जबकि विपक्ष केवल कुछ समुदायों तक अपनी नीतियाँ सीमित रखता है।
इस प्रकार, UP में तकनीकी शिक्षा, ग्रामीण विकास और सामाजिक कल्याण को एक साथ मजबूत करने के लिए व्यापक योजनाएँ बनाई जा रही हैं। इंजीनियरिंग कॉलेजों का विस्तार, रोजगारोन्मुखी पाठ्यक्रम, एआई आधारित शिक्षा और किशोरियों का सशक्तिकरण राज्य के भविष्य को विकसित बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित होंगे।