RCB Victory Parade: 4 जून का वो समय जब 18 सालों इंतजार बैंगलुरु का खत्म हुआ। जिसके बाद पूरा देश RCB के जीत का जश्न मना रहा था। वहीं सबसे ज्यादा खुशी कर्नाटक के फैंस के लिए थी। खुद डिप्टी सीएम RCB के खिलाड़ियों का स्वागत करने पहुंचे थे। आरसीबी के खिलाड़ी चिन्नास्वामी स्टेडियम पहुंचे जहां विराट कोहली के लाखो फैंस पहले वहां पहुंचे हुए थे। तभी अचानक भगदड़ हुई और दबने-कुचलने से 11 लोगों की जान चली गई। वहीं 47 लोग अब भी गंभीर रूप से घायल हैं। मरने वालों में बेंगलुरु की एक टेक कंपनी में काम करने वाली देवी भी थी।
बता दें कि देवी विराट कोहली की जबरा फैन थी। शहर में होने वाला कोई भी मैच नह छोड़ती नहीं थी। देवी को विक्ट्री परेड वाले दिन टिकट ही नहीं मिला सका। लेकिन किस्मत का ये इशारा भी देवी समझ नहीं पाई और दफ्तर का कामकाज छोड़ वह स्टेडियम की तरफ दौड़ पड़ी और फिर वहां से वापस नहीं आ पाई।
बॉस से छुट्टी की मिन्नतें कर पहुंची थी देवी
आरसीबी की विक्ट्री परेड में शामिल होने के लिए देवी ने अपने बॉस से छुट्टी की मिन्नतें कीं थी। दोपहर को करीब 2.30 बजे ऑफिस से कुछ घंटे की छुट्टी की मंजूर हुई। फिर क्या था देवी की खुशी का तो जैसे ठिकाना ही नहीं रहा। लैपटॉप टेबल पर छोड़कर वह स्टेडियम की तरफ दौड़ पड़ी। वह कहां जानती थी कि मौत उसकी राह देख रही है। स्टेडियम के बाहर हुई भगदड़ में उसकी जान चली गई।
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मौत के पीछे चली गई देवी
देवी की दोस्त ने बताया कि देवी का लैपटॉप अभी भी मेज पर पड़ा है। आगे उसने कहा कि बेंगलुरु में आने के बाद उसने यहां होने वाला एक भी मैच को मिस नहीं किया था। जब उसे पता चला कि स्टेडियम में जाने के लिए टिकट शायद मिल जाए तो वह वहां जाने के लिए बेचैन हो उठी। इस मौके को वह छोड़ना नहीं चहती थी। पहले जब उसने चेक किया था तब तक ऑनलाइन टिकट उपलब्ध ही नहीं थे।
स्टेडियम की क्षमता से कई गुना अधिक पहुंचे थे फैंस
चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर ऐसी भगदड़ मची, जिसकी कल्पना शायद किसी को नहीं रहा होगा। फ्री टिकट मिलने की अफवाह के बाद गेट नंबर 7 के बाहर ऐसी भगदड़ मची कि लोग एक दूसरे पर गिरने लगे। लाखों की भीड़ में दबे लोग एक दूसरे के ऊपर ऐसे गिरे कि दोबारा वह उठ नहीं सके। किसी का दम घुट गया तो कोई भीड़ के नीचे दब गया। देवी भी इस हादसे का शिकार हो गई। जानकारी के लिए बता दें कि चिन्नास्वामी स्टेडियम की क्षमता महज 40 हजार लोगों की है लेकिन वहां पर 2-3 लाख लोग पहुंच गए और बड़ा हादसा हो गया।
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