गाज़ियाबाद न्यूज़-सेना से जनरल के पद से रिटायर हुए जनरल वीके सिंह सियासत में सक्रिय हुए तो मोदी और शाह के करीबियों में शुमार होने लगे, 2014 और 2019 में पार्टी ने उनको गाज़ियाबाद लोकसभा सीट से चुनाव लड़ाया, जनरल वीके सिंह चुनाव जीते और केन्द्र में मंत्री भी बने,
लेकिन 24 के चुनाव में उनके खिलाफ़ भाजपा संगठन और स्थानीय नेताओं ने बागी बिगुल फूंक दिया, उनका टिकट काटा गया, अतुल गर्ग को चुनाव लड़ाया गया, अतुल गर्ग सांसद तो बन गए, लेकिन यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ के नज़रों में आज भी सिंह इज किंग ही है।
तस्वीरें गाजियाबाद रोज़गार मेले से सामने आई,योगी आदित्यनाथ रोज़गार मेले में स्टॉल का निरीक्षण कर रहे थे और उनके साथ कदम से कदम मिलाकर कोई ओर नहीं बल्कि पूर्व सांसद और पूर्व मंत्री जनरल वीके सिंह चल रहे थे
सांसद दिखाई नहीं दिए और जनरल वीके सिंह ने योगी जी का साथ छोड़ा नहीं चर्चाएं ज़ोर पकड़ने लगी कि आखिरकार जनरल वीके सिंह किस खेमे में है…अगर केन्द्रिय नेतृत्व की बात करें तो जनरल वीके सिंह को पीएम मोदी और ग्रहमंत्री अमित शाह के करीबी माना जाता है।
लोकसभा चुनावी नतीजों के बाद बनी ये तस्वीर
अब चूंकि लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे आने के बाद हार की समीक्षा हुई तो शाह और योगी के बीच अंदरखाने की तल्खियां सामने आती रहती…खींचतान भी खूब मची…
हालाकि यहां ये भी याद रखना होगा कि 24 के चुनाव में टिकट बंटवारें के वक्त अकेले सीएम योगी आदित्यनाथ ही थे जिन्होंने गाजियाबाद लोकसभा सीट से जनरल वीके सिंह के टिकट की वकालत की थी और अब एक बार से योगी और जनरल वीके सिंह के साथ को लेकर कई मायने निकाले जा रहे और चर्चाएं है कि बाबा की नज़रों में सिंह इज किंग बने वीके सिंह किस खेमें में है।
और जब जनरल के साथ खड़े रहे सीएम योगी
लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान भाजपा में टिकट बंटवारें को लेकर माथापच्ची चल रही थी और सबकी नज़रें गाज़ियाबाद लोकसभा सीट पर टिकी हुई थी, क्योंकि उस वक्त चर्चाओं का बाज़ार गर्म हो चुका था कि जनरल का टिकट नहीं मिलने वाला है, क्योंकि उनके खिलाफ़ माहौल बनाया जा चुका था।
इस मुश्किल घडी में अगर कोई जनरल वीके सिंह के साथ खड़े थे तो वो थे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, एक अकेले वो ही थे, जिन्होंने गाजियाबाद लोकसभा सीट से तीसरी बार जनरल वीके सिंह को टिकट दिए जाने की वकालत की थी।