Mathura gas leak: रविवार को मथुरा के वेस्ट प्रताप नगर स्थित एक आइस फैक्ट्री में अमोनिया गैस का रिसाव होने से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। घटना के बाद रिहायशी क्षेत्र में रहने वाले लोग घबरा गए और अपने घरों को छोड़कर बाहर की ओर भागने लगे। गैस के संपर्क में आते ही लोगों को सांस लेने में दिक्कत, आंखों में जलन और सिरदर्द जैसी समस्याएं होने लगीं। स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि एक बीमार बुजुर्ग महिला को ऑक्सीजन देकर रेस्क्यू करना पड़ा।
महोली रोड में वेस्ट प्रताप नगर स्थित कान्हा आइस फैक्ट्री में अमोनिया गैस का रिसाव/ लीकेज हुआ था।
लीकेज/रिसाव को अग्निशमन विभाग द्वारा पूर्णतः बंद कर दिया गया है।
किसी भी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है।@CMOfficeUP @InfoDeptUP @UPGovt @myogiadityanath pic.twitter.com/e4C5unyfRD
— DM Mathura (@dmmathura7512) May 11, 2025
गैस रिसाव Mathura की सूचना मिलते ही Mathura प्रशासन, Mathura पुलिस, Mathura स्वास्थ्य विभाग और फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंच गई। फायर ब्रिगेड ने तत्काल प्रभाव से फैक्ट्री में पानी का छिड़काव शुरू किया ताकि गैस को फैलने से रोका जा सके। वहीं, स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बीमार महिला को प्राथमिक चिकित्सा देने के बाद सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए एक किलोमीटर के दायरे में यातायात पूरी तरह से रोक दिया गया।
स्थानीय लोगों ने खुलासा किया कि गैस रिसाव की समस्या पिछले तीन दिनों से चल रही थी, लेकिन फैक्ट्री मालिक ने इसे नजरअंदाज कर दिया। लोगों ने दुर्गंध और असहजता की शिकायतें पहले ही दर्ज कराई थीं, मगर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। रविवार को जब गैस का रिसाव अचानक तेज हुआ, तब जाकर मामला गंभीर बन गया।
घटना के बाद प्रशासन ने फैक्ट्री के संचालन को तत्काल रोक दिया और पूरे क्षेत्र में निगरानी बढ़ा दी गई। स्वास्थ्य विभाग ने एहतियात के तौर पर कई लोगों की जांच की और आवश्यक दवाएं वितरित कीं। अधिकारियों ने बताया कि घटना की जांच की जा रही है और फैक्ट्री मालिक की लापरवाही पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
इस घटना ने फिर एक बार सवाल खड़े कर दिए हैं कि औद्योगिक क्षेत्रों में सुरक्षा मानकों का पालन कितना गंभीरता से किया जा रहा है। यदि समय रहते रिसाव को रोका गया होता, तो स्थानीय लोगों को इतनी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन लोग अब भी सहमे हुए हैं।